कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला बोला. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक के बाद एयरपोर्ट से लेकर विदेशी ठेकों और विदेशी दौरों का जिक्र कर आरोप लगाया कि पीएम मोदी कैसे अडानी समूह को फायदा पहुंचने के लिए काम करते रहे हैं. राहुल के आरोपों में बीजेपी की ओर से भी पलट वार हुआ. बीजेपी ने राहुल गांधी से बिना सबूत प्रधानमंत्री पर हवा में आरोप लगाने का आरोप लगाया. बीजेपी ने राहुल गांधी से अपने बेबुनियाद आरोपों के लिए माफी मांगने की भी मांग की.
अडानी का PM Modi से क्या रिश्ता है?- राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी को अडानी समूह के साथ उनके रिश्तों को लेकर घेरा. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा,‘‘प्रधानमंत्री जब 2014 में दिल्ली आते हैं तो असली जादू शुरू होता है. 2014 में अडानी अमीरों की सूची में 609वें नंबर पर थे, फिर आठ वर्षों में वह दूसरे स्थान पर आ गए.
लोगों ने पूछा आखिर यह सफलता कैसे हुई?और इनका भारत के PM के साथ क्या रिश्ता है?मैं बताता हूं कि यह रिश्ता काफी साल पहले शुरु हुआ जब नरेंद्र मोदी CM थे’’
हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर क्या बोले राहुल गांधी?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अडानी समूह पर आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट का भी जिक्र किया और पूछा कि पिछले 20 सालों में बीजेपी को अडानी समूह से कितने पैसे मिले हैं. राहुल गांधी ने (Rahul Gandhi) कहा, “कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई उसमें लिखा था अडानी की भारत के बाहर शेल कंपनी है, सवाल है कि शेल कंपनी किसकी है?हजारों करोड़ रुपया शेल कंपनी भारत में भेज रही है यह किसका पैसा है? क्या यह काम अडानी फ्री में कर रहा है? “
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि “अडानी जी आपके साथ कितनी बार विदेश गए? आपके विदेश जाने के बाद अडानी जी कितनी बार वह देश गए? कितनी बार ऐसा हुआ कि किसी देश में आपके दौरे के बाद अडानी को ठेका मिला? अडानी ने BJP को 20 साल में कितने पैसे दिए? चुनावी बॉन्ड में कितना पैसा दिया?’’ राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि “पहले मोदी अडानी के जहाज में जाते थे अब अडानी मोदी के जहाज में जाते हैं. मोदी और अडानी एक साथ काम करे हैं.”
नियम बदल अडानी को एयरपोर्ट और दूसरे ठेके दिए गए-राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष ने कहा कि, “अडानी के लिए एयरपोर्ट के नियमों में बदलाव किए गए, नियमों को बदला गया और नियम किसने बदले यह ज़रुरी बात है. यह नियम था कि अगर कोई एयरपोर्ट के व्यवसाय में नहीं है तो वे इन एयरपोर्ट को नहीं ले सकता है. इस नियम को भारत सरकार ने अडानी के लिए बदला.”
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आरोप लगाया कि “भारत सरकार ने CBI-ED पर दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए GVK से लेकर एयरपोर्ट को अडानी सरकार को दिलवाया गया. नियम बदलकर अडानी को 6 एयरपोर्ट दिए गए. मैं इसके सबूत भी दे दूंगा. ड्रोन सेक्टर में भी अडानी का कोई अनुभव नहीं था”
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से SBI एक बिलियन डॉलर का लोन अडानी को देता है. प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अडानी को चला जाता है. LIC का पैसा अडानी की कंपनी में क्यों डाला गया?”
अग्नीवीर योजना सेना से नहीं बल्कि RSS और गृह मंत्रालय द्वारा लाई गई है-राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने भाषण में भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव साझा करते हुए आरोप लगाया कि अग्नीवीर योजना आरएसएस और गृहमंत्रालय की दैन है. राहुल ने कहा “यात्रा में युवाओं ने हमसे कहा हमें पहले सर्विस और पेंशन मिलती थी लेकिन अब हमें 4 साल के बाद निकाल दिया जाएगा, वरिष्ठ अफसरों ने कहा कि हमें लगता है अग्नीवीर योजना हमसे नहीं बल्कि RSS की ओर से आई है और इसे आर्मी पर थोपा गया है.”
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने इस योजना को लेकर एक रिटायर्ड जनरल की चिंता भी जाहिर की, उन्होंने कहा “सेना के रिटायर्ड जनरल ने कहा कि हजारों लोगों को हम हथियार की ट्रेनिंग दे रहे हैं और थोड़ी देर बाद उनको समाज में डाल रहे हैं. बेरोजगारी है, समाज में हिंसा बढ़ेगी. उनके मन में था कि ये जो अग्निवीर योजना सेना के अंदर से नहीं आई, अजीत डोभाल जी के जरिए यह योजना आर्मी तक पहुंची है.”
सत्ता पक्ष की ओर से राहुल गांधी के भाषण के दौरान काफी रोक-टोक भी हुई
राहुल गांधी के भाषण के दौरान सत्तापक्ष यानी बीजेपी की ओर से कई बार रोक टोक भी हुई. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, किरेन रिजिजू एवं अर्जुन राम मेघवाल के अलावा भाजपा सांसदों रविशंकर प्रसाद और निशिकांत दुबे सहित अन्य कई नेताओं ने लोक सभा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के भाषण के दौरान खड़े होकर कड़ा ऐतराज भी जताया.
प्रल्हाद जोशी ने कहा कि “राहुल गांधी गलत आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सबूतों के साथ बोलना चाहिए” किरेन रिजिजू ने कहा कि “राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सदन के बाहर कुछ भी बोले , उन्हें रोक नहीं सकते लेकिन सदन के अंदर उन्हें पूरी जिम्मेदारी, गंभीरता, सबूतों और तथ्यों के साथ अपनी बात रखनी चाहिए” अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि “राहुल गांधी बिना किसी सबूत के हवा में अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सदन में इसके लिए माफी मांगनी चाहिए” रविशंकर प्रसाद और निशिकांत दुबे ने भी राहुल गांधी के आरोपों को पूरी तरह से गलत और झूठ बताते हुए उन्हें साबित करने की चुनौती दी. प्रसाद ने राहुल गांधी को याद दिलाया कि “वो भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में अभी भी जमानत पर है” तो वहीं निशिकांत दुबे ने कांग्रेस की पिछली सरकारों पर बिरला, डालमिया और टाटा को बनाने का आरोप लगाया.
बीजेपी की ओर से हुई टोका-टाकी के दौरान कांग्रेस सांसदों के अलावा डीएमके, टीएमसी और बीएसपी के कई सांसद भी लोकसभा में राहुल गांधी का साथ देते नजर आए.