Saturday, November 15, 2025

Delhi pollution: GRAP-III प्रतिबंधों के बावजूद दिल्ली में हवा ‘गंभीर’, वजीरपुर में AQI 450 के पार

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Delhi pollution: दिल्ली में शनिवार सुबह घना कोहरा छाया रहा और प्रमुख इलाकों में वायु गुणवत्ता 400 के पार दर्ज की गई, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आती है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 10 बजे दिल्ली में कुल AQI 389 था. इससे पहले 14 नवंबर को शाम 4 बजे दिल्ली का समग्र AQI 387 था.

Delhi pollution: दिल्ली के सभी इलाकों में AQI 400 के पार रहा

वज़ीरपुर, बावन, रोहिणी, आनंद विहार, मुंडका और जहाँगीरपुरी सहित कई इलाकों में AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया. वज़ीरपुर में सबसे ज़्यादा AQI 450 दर्ज किया गया. तो नरेला और आईटीओ में सबसे कम 419 रहा.
क्षेत्र                    AQI                  श्रेणी
वज़ीरपुर              450                  गंभीर
बवाना                 443                   गंभीर
रोहिणी                426                   गंभीर
आनंद विहार         426                   गंभीर
मुंडका                425                   गंभीर
जहाँगीरपुरी           423                   गंभीर
विवेक विहार          420                   गंभीर
चाँदनी चौक           420                  गंभीर
नरेला                 419                   गंभीर
आईटीओ             419                   गंभीर
सीपीसीबी 400 से ऊपर के एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखता है, जबकि 301-400 को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में, 201-300 को ‘खराब’ श्रेणी में, 101-200 को ‘मध्यम’ और 51-100 को ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रखता है.

दिल्ली एनसीआर में GRAP-III प्रतिबंध भी पड़े नाकाफी

राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में गिरावट के साथ, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को पहले ही लागू कर दिया है. इसके बावजूद प्रदूषण कम होने का नाम नहीं लेरहा है
इस सप्ताह की शुरुआत में शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के सभी स्कूलों को कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड मोड में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया था.

सुप्रीम कोर्ट ने पराली जलाने को लेकर पंजाब हरियाणा से रिपोर्ट मांगी

इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा सरकारों को पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए उठाए गए कदमों पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया, जो दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण संकट में योगदान देता है.
डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी 8.5 प्रतिशत थी, जबकि परिवहन उत्सर्जन की हिस्सेदारी 19.8 प्रतिशत थी, जो सभी स्रोतों में सबसे ज़्यादा है.

ठंडक बढ़ने और हवा की गति कम होने से हालात हुए खराब

उच्च प्रदूषण और मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण शहर में वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है. हवाएँ लगातार धीमी चल रही हैं और कम तापमान ने स्थिति को और खराब कर दिया है.
शुक्रवार को जारी ईडब्ल्यूएस बुलेटिन में कहा गया है कि शहर में सुबह के समय धुंध/हल्का कोहरा छाया रहेगा और आसमान साफ रहेगा. बुलेटिन में यह भी कहा गया है कि 15 नवंबर की शाम और रात में हवा की गति कम होकर 5 किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी.

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