Axiom-4 Launch : भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभ्रांशु शुक्ला ने इतिहास रच दिया है. कैप्टन शुभ्रांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन जाने के लिए बहुप्रतीक्षित एक्सिओम 4 मिशन के लिए लॉन्च किए गए स्पेसएक्स ड्रैगन विमान का संचालन कर रहे हैं.
With the launch of Axiom Mission 4, the Indian tricolour soars among the stars. 🇮🇳
Group Captain Shubhanshu Shukla’s participation in the Ax-4 mission to the International Space Station marks a proud milestone, a testament to India’s growing presence in global space exploration… pic.twitter.com/6ncDmnF1Aq
— Smriti Z Irani (@smritiirani) June 25, 2025
कई विलंबों के बाद बुधवार, 25 जून को दोपहर 12.01 बजे इस विमान का प्रक्षेपण हुआ.
अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने कैप्टन शुभ्रांशु शुक्ला
शुक्ला पिछले चालीस वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री हैं, उनसे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ही अंतरिक्ष में गए थे. शर्मा ने 1984 में तत्कालीन सोवियत संघ के सैल्यूट-7 अंतरिक्ष स्टेशन के हिस्से के रूप में कक्षा में आठ दिन बिताए थे.
कैप्टन शुक्ला भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अंतरिक्ष यात्री हैं, उनके साथ नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री और इस मिशन की कमांडर पैगी व्हिटसन और मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू भी हैं.
एक्सिओम 4 मिशन न केवल भारत, बल्कि पोलैंड और हंगरी के लिए भी अंतरिक्ष में वापसी का प्रतीक है.
शुभांशु शुक्ला ने प्रक्षेपण से पहले क्या कहा
आईएसएस की ऐतिहासिक यात्रा पर रवाना होने से पहले, उत्तर प्रदेश के लखनऊ से आने वाले शुभांशु शुक्ला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह मिशन युवाओं की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित करेगा, ठीक उसी तरह जैसे अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा ने किया था.
कैप्टन शुभ्रांशु शुक्ला ने एक्स-4 मिशन द्वारा पोस्ट किए गए एक यूट्यूब वीडियो में कहा,”यह एक अद्भुत यात्रा रही है. ये ऐसे क्षण हैं जो वास्तव में आपको बताते हैं कि आप किसी ऐसी चीज़ का हिस्सा बन रहे हैं जो आपसे कहीं बड़ी है. मैं केवल इतना कह सकता हूँ कि मैं इसका हिस्सा बनकर कितना भाग्यशाली हूँ. अपने मिशन के माध्यम से मैं देश में एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित करने का ईमानदार प्रयास कर रहा हूँ. मैं इस अवसर का उपयोग बच्चों में जिज्ञासा जगाने के लिए करना चाहता हूँ. अगर यह कहानी, मेरी कहानी, किसी एक की ज़िंदगी बदलने में सक्षम है, तो यह मेरे लिए एक बड़ी सफलता होगी.”
कैप्टन शुक्ला ने बताया Axiom-4 Launch का हिस्सा बनने पर कैसा लगा
उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह इस तरह से कारगर रहा कि एक्सिओम पहुंचने से एक सप्ताह पहले ही मुझे पता चल गया था कि मैं जा रहा हूं. मैं यहां आकर बेहद उत्साहित था. मैं बहुत-बहुत खुश था, क्योंकि यह मेरे लिए वास्तव में अंतरिक्ष में उड़ान भरने की संभावना थी. आप नहीं जानते कि ऐसी चीजों पर कैसे प्रतिक्रिया दी जाए.”
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में जन्में है कैप्टन शुक्ला
शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था और वे इसरो के गगनयान मिशन के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं. शुक्ला को जून 2006 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विंग में शामिल किया गया था. एक कॉम्बैट लीडर और अनुभवी परीक्षण पायलट के रूप में, उनके पास Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और An-32 सहित विभिन्न विमानों पर 2,000 घंटे की उड़ान का शानदार अनुभव है.

