BJP leader’s murder: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सोमवार दोपहर तीन अज्ञात लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के नेता गुलफाम सिंह यादव को जहरीला पदार्थ देकर उनकी हत्या कर दी. जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता, जो पार्टी की पश्चिमी उत्तर प्रदेश इकाई के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष भी थे, उनकी अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, गुन्नौर के सर्कल ऑफिसर दीपक तिवारी के अनुसार, गुलफाम सिंह यादव जुनावई पुलिस स्टेशन के तहत दफ्तरा गांव में अपने खेत पर बैठे थे, जब तीन लोग बाइक पर आए और उन्हें नशीला पदार्थ का इंजेक्शन लगा दिया.
कैसे हुई गुलफाम सिंह यादव की हत्या?
पुलिस ने बताया कि सोमवार दोपहर को जब गुलफाम सिंह यादव अपने आंगन में बैठे थे, तभी तीन लोग बाइक पर सवार होकर उनसे मिलने आए. उन्होंने एक-दूसरे का अभिवादन किया, यादव के पास बैठे और उनका हालचाल पूछा. उन्होंने पानी भी मांगा और पीया, जिसके बाद यादव लेट गए.
लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, तभी उनमें से एक व्यक्ति ने कथित तौर पर यादव के पेट में जहरीला पदार्थ इंजेक्ट कर दिया और भाग गया. इसके बाद यादव की तबीयत बिगड़ने लगी और वह दर्द से चिल्लाने लगा. परिवार और आसपास के लोगों चिल्लाने की आवाज़ सुन वहां पहुंचे. यादव के बेटे ने पुलिस को सूचना दी और उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां से उसे अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. हालांकि, रास्ते में ही यादव की मौत हो गई.
BJP leader’s murder: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह का नहीं चला पता
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सर्किल ऑफिसर दीपक तिवारी ने कहा कि यादव के परिवार की ओर से कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. उन्होंने कहा, “यादव को इलाज के लिए अलीगढ़ ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. अभी तक पीड़ित परिवार की ओर से कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है. मामले की जांच के लिए पुलिस की एक टीम तैनात की गई है.”
लाइव हिंदुस्तान ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि फोरेंसिक टीम ने मौके से खाली इंजेक्शन और हेलमेट समेत सबूत एकत्र किए हैं. एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि भाजपा नेता के जूते और चश्मे को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है और अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी खंगाली जा रही है.
अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद यादव की मौत का कारण पता नहीं चल सका. उनके शरीर के प्रमुख अंग विसरा सुरक्षित रख लिए गए हैं.
2004 में गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में यादव ने समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उनकी पत्नी हिमाचल प्रदेश के डभौरा से तीन बार प्रधान रही हैं.
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