बिहार में महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनना नीतीश कुमार के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है.कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह का मामला अभी थमा भी नहीं है कि जेडीयू विधायक बीमा भारती ने मोर्चा खोल दिया है.बीमा भारती ने लेशी सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से निकालने की बात कही है. बीमा भारती ने कहा कि हत्या और वसूली के आरोपों से घिरी लेशी सिंह को तुरंत मंत्रिमंडल से निकाला जाये, नहीं तो मुख्यमंत्री मेरा इस्तीफा लें.
बीमा भारती पूर्णिया जिले के रुपौली विधानसभा सीट से विधायक हैं और पांच बार से लगातार चुनाव जीत रही हैं. एनड़ीए सरकार में उनको मंत्री बनाया गया, लेकिन जैसे ही पूर्णिया क्षेत्र से ही आने वाली नेत्री लेशी सिंह को मंत्री बनाया गया ,बीमा भारती का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.
बीमा भारती ने लेशी सिंह पर हत्या और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि वो वसूली करवाती हैं और विरोध करने वालों की हत्या तक करवा देती है.उन्होंने चुनाव में अपनी बेटी को हरवाने का आरोप भी लेशी सिंह पर लगाया.
बीमा भारती ने ये भी कहा कि मीडिया में आने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात की लेकिन उन्होंने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया,सीएम नीतीश कुमार को सभी बातें पता हैं, इसके बावजूद उन्होंने मंत्रिमंडल में लेशी सिंह को जगह दी है.
बिहार में सरकार को समर्थन दे रही भाकपा-माले ने भी कार्तिकेय सिंह के मामले में सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से पुनर्विचार करने की बात कह कर मुसीबत बढ़ा दी है. भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि सरकार को इस मामले में फिर से विचार करने की जरुरत है.
कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के मामले में युवा नेता कन्हैया कुमार बचाव करते नजर आ रहे है. कन्हैया कुमार ने कहा कि कानून की बात हो रही है तो कानून की भाषा में ही बात होनी चाहिये. जब तक अपराध साबित नहीं हो जाता कोई अपराधी नहीं है. “जिस छलनी में पचहत्तर छेद हैं,वो दूसरों को छेद दिखा रहा है. देश के गृहमंत्री तड़ीपार थे,बेइमानी से पार्सल पेकेट भेज रहे थे, ये मुद्दे से भटकाने की बात है.”
बिहार की राजनीति के वेटरन लीडर नीतीश कुमार फिलहाल इन आरोपों से किनारा करते नजर रहे हैं. लेकिन देखना होगा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले नीतीश कुमार इस बार बीमा भारती के आरोपों जवाब कैसे देते हैं.
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