धनञ्जय झा, संवाददाता, बेगूसराय: बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने के लिए सरकार की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जाते है. लेकिन पूरे सूबे के नंबर वन अस्पताल कहे जाने वाले बेगूसराय (Begusarai) सदर अस्पताल के डॉक्टर ही जब खुद बीमार है तो वो दूसरों का इलाज क्या करेंगे. ऐसा हम नहीं कह रहे है बल्कि जदयू के नेता और बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के नेता राजकुमार सिंह का कह रहे है. गुस्से से लाल पीले मटिहानी के जेडीयू विधायक और सत्तारूढ़ दल के सचेतक राजकुमार सिंह बेगूसराय (Begusarai) सदर अस्पताल बम धमाके में घायल बच्चो से मिलने पहुंचे थे.

डॉक्टर ने विधायक को सुनाई खरी खरी
इस दौरान बच्चों की गंभीर हालत को देख कर सत्तारुढ दल के नेता राजकुमार सिंह डॉक्टर की खोज करने लगे. लेकिन इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात एक मात्र डॉक्टर ने बच्चों के इलाज करने से मना ही नहीं किया बल्कि विधायक तक से मिलने से इनकार कर दिया. अपने ढेर सारे समर्थकों के साथ अस्पताल पहुंचे राजकुमार सिंह अपनी इस बेइज्जती को देखकर आग बबूला हो गए और डॉक्टर चन्दन कुमार को खूब खरी खोटी सुनाई. उन्हें डॉक्टरी पेशे से जुड़ा तरीका और इसके साइकोलॉजी का पाठ भी डॉक्टर को पढ़ाया. इस दौरान डॉक्टर चन्दन ने भी विधायक की मर्यादा का ख्याल नहीं रखते हुए उन्हें टका टक जवाब दिए और अपनी ड्यूटी समझाई. जिससे विधायक जी और उखड़ गए और तू-तड़ाक पर उतरते हुए डॉक्टर पर FIR दर्ज करने तक की बात कह डाली.
जदयू विधायक गुस्से में आए नजर
विधायक जी के लाख कहने के बावजूद डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी को लगातार समझने की कोशिश करते रहे और बच्चों के इलाज करने से इनकार कर दिया. इस दौरान विधायक जी काफी गुस्से में नजर आए और उन्होंने सदर अस्पताल की व्यवस्था के संबंध में कहाँ की यहाँ तैनात डॉक्टर जब खुद बीमार है तो वो इलाज क्या करेंगे.
इस दौरान सदर अस्पताल में काफी देर तक अफरा तफरी का माहौल हो गया. वही विधायक गुस्से से लाल पीले होते रहे. बाद में गुस्से से लाल राजकुमार सिंह ने सिविल सर्जन प्रमोद कुमार को फोन कर सदर अस्पताल बुलाया तो डॉक्टर प्रमोद सिंह भागे-भागे सदर अस्पताल पहुंचे. पहले विधायक ने सिविल सर्जन को पूरे हालात से अवगत कराया तो सिविल सर्जन भी डॉक्टर चन्दन की शिकायत से परेशान दिखे. लेकिन किसी के द्वारा लिखित शिकायत नहीं करने के कारण कार्रवाई से अपनी असमर्थता जाहिर की. बात बिगड़ते देख सिविल सर्जन के द्वारा विधायक के सामने ही डॉक्टर चंदन को बुलाया गया तो वहाँ भी सिविल सर्जन के सामने विधायक और डॉक्टर चन्दन के बीच गरमा गरम बातचीत का सिलसिला चलता रहा.
डॉक्टर चन्दन को जिम्मेदार मानते हुए FIR करने की बात कही
इस दौरान मटिहानी के विधायक राजकुमार सिंह काफी गुस्से में नजर आए और उन्होंने जाते-जाते सदर अस्पताल में बम से घायल बच्चों के इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने और बच्चों को कुछ भी होने की स्थिति में खुद से डॉक्टर चन्दन को जिम्मेदार मानते हुए FIR करने की बात कही. इस दौरान अस्पताल की व्यवस्था की सराहना करते डॉक्टर चन्दन पर कई गंभीर आरोप लगाए, कहाँ की डॉक्टर चन्दन एक बीमार डॉक्टर है जिनके संबंध में यह जानकारी मिली है कि वह इलाज के बदले मोबाइल पर लगे रहते है. उन्होंने कहाँ वो डॉक्टर चन्दन की शिकायत ऊपर तक करेंगे.
आपको बता दें, मंगलवार को नावकोठी थाना क्षेत्र के पहसारा गांव में एक खंडहरनुमा घर मे रखे बम के ब्लास्ट होने से बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिनका इलाज अस्पताल सहित अन्य जगहों पर चल रहा है.
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