कांग्रेस और राहुल गाँधी की भारत जोड़ों यात्रा जिसका मकसद भारत को जोड़ना है. उस पर BJP और कांग्रेस विरोधी लगातार आरोप लगा रहे हैं की ये भारत जोड़ो नहीं बल्कि भारत तोड़ो यात्रा है . राहुल गाँधी की यात्रा को लेकर तरह तरह के दावे किये गए कभी रैली में बच्चों के साथ तस्वीरें खिचवाने को बच्चों का दुरुपयोग बताया गया. तो कभी राहुल गाँधी संग मुस्लिम बच्चों की तस्वीरों को शेयर कर कहा गया ये भारत जोड़ नहीं भारत तोड़ो यात्रा है. लेकिन हर बार राहुल को बदनाम करने वाले खुद बदनामी के दलदल में फंसते नज़र आये. इस बीच फिर एक नया विवाद शुरू हुआ जिसके तहत अब कहा जारहा है कि राहुल की यात्रा में देश विरोधी तत्वों और पाकिस्तान समर्थकों को शामिल किया जारहा है . ऐसा क्यों आइये बाताते हैं
ये वीडियो गौर से देखिये
#WATCH Ruckus erupts at the protest rally against CAA&NRC in Bengaluru where AIMIM Chief Asaddudin Owaisi is present. A woman named Amulya at the protest rally says "The difference between Pakistan zinadabad and Hindustan zindabad is…". pic.twitter.com/FPh5Ccu3HD
— ANI (@ANI) February 20, 2020
तो देखा आपने ये लड़की हिंदुस्तान की नागरिक होने के बावजूद पकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगा रही है। वो भी हिन्दुस्तान की सरज़मीं पर। ये वीडियो फरवरी 2020 का है जब AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की एक जनसभा के दौरान अमूल्या लियोना ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए थे, इसके बाद अमूल्या पर IPC की धारा 124 ए (देशद्रोह का अपराध) के तहत केस दर्ज किया गया था और उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. आप सोच रहे होंगे कि इस वीडियो का और इस लड़की का राहुल गाँधी से क्या तालुक है. दरअसल सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि राहुल गाँधी ऐसे लोगों को ऐसे देश विरोधी मानसिकता वाले लोगों को अपनी भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा बना रहे हैं. यकीन ना हो तो ये तस्वीर देखिये. जिसमें राहुल गाँधी उसी लड़की के साथ तस्वीरें खिचवाते हुए नज़र आरहे हैं। जिसे लेकर दावा किया जारहा है कि ये वही लड़की है जिसने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के सामने उन्ही कि जनसभा में स्टेज पर चढ़ कर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने गई थी.
इस वायरल तस्वीर के साथ कहा जा रहा है कि, राहुल गांधी देशद्रोहियों के साथ भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं. लेकिन देश द्रोहियों का सहारा लेकर कोई कैसे भारत को एक कर सकता है .
अब सवाल ये कि इस दावे में कितनी सच्चाई है। तो बता दें हर बार कि तरह ये दावा भी सरासर गलत है झूठ है . इस तस्वीर की जांच करने पर पता चला कि जो भी दावे सोशल मीडिया पर किये जा रहे हैं वो सब गलत है . जाँच करने पर पता चला कि जिस लड़की से राहुल गाँधी मिले उसका नाम Miva Anreleo है. जिसका सबूत है उस लड़की का इंस्टाग्राम पर पोस्ट , जिससे राहुल गांधी ने मुलाकात की तस्वीरें साझा कि गई . Miva Anreleo एक केरल स्टूडेंट्स यूनियन (KSU) नेता है. इंस्टाग्राम पर मीवा ने 2 दिन पहले तस्वीर पोस्ट की थी कि जिसमे उन्होंने लिखा था कि, ‘यह उसके जीवन का सबसे खुशी का दिन था (क्योंकि वह राहुल गांधी से मिली थी)’ 2 दिन पहले एक अन्य पोस्ट में मीवा ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान का एक वीडियो भी पोस्ट किया था.
https://www.instagram.com/p/CiwkibGu35M/?utm_source=ig_web_copy_link
इसलिए यह साफ़ है कि राहुल गांधी केरल की भारत विरोधी कार्यकर्ता अमूल्या लियोना से नहीं बल्कि मिवा आंद्रेलियो से मिले थे . जो KSU नेता हैं. KSU यानी केरल छात्र संघ, केरल का एक छात्र संगठन है. यह राज्य में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के छात्र विंग के तौर पर कार्य करता है.
हालाँकि ये कोई पहली बार नहीं है जब राहुल और उनकी भारत जोड़ो यात्रा को इस तरह बदनाम करने कि कोशिश की गई हो. इससे पहले एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें राहुल एक लड़की का हाथ की मेहंदी देख रहे हैं. उस तस्वीर को वायरल करने के साथ BJP नेताओं ने राहुल के चरित्र पर भी तरह तरह के सवाल खड़े किये लेकिन बाद में पता चला की तस्वीर में मौजूद लड़की कोई और नहीं बल्कि प्रियंका वाड्रा की बेटी और उनकी भांजी मिराया निकली। इसी खुलासे के साथ BJP को फिर एक बार मुँह की खानी पड़ी थी . जो अपशब्द ट्ववीट कर उन्होंने राहुल के खिलाफ किया उन्हें लेकर माफ़ी मांगनी पड़ी ट्वीट्स देलेट करने पड़े .
इन सब दावों को देखते हुए लगता है ये सब सिर्फ राहुल और उनकी रैली को बदनाम करने की साजिश है. ये साजिश कौन रचा रहा है ये भी आप अच्छे से जानते हैं . झूठे आरोप मड कर बिना तथ्य और जानकारी के राहुल गाँधी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रह है. लेकिनं ऐसा क्यों, आखिर क्यों खासतौर पर BJP और उनके नेता झूठे आरोप लगा रहे हैं. क्या राजनीति में रिश्ते नाते , झूठ सच कुछ मायने नहीं रखता. इस तरह की गंदी राजनीति शायद ही आज से पहले भारत के इतिहास में देखि गई हो. लेकिन घबराने की बात नहीं है आज भी भारत में मीडिया का एक हिस्सा ऐसा मौजूद है जो सच को सच ही दिखात है और झूठ को झूठ .