बुधवार का दिन बिहार की राजनीति के लिहाज से एक्शन पैक्ड रहा. जिसके आखिर में बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने विश्वासमत जीत लिया. प्रस्ताव के पक्ष में 160 वोट मिले और विपक्ष में शून्य वोट मिले. ऐसा इसलिए हुआ की बीजेपी ने सदन से वॉकआउट किया. वैसे सुबह से ही पटना में हलचल थी. सदन में सरकार को विश्वासमत जीतना था तो बाहर CBI और ED की टीम आरजेडी के विधायक और लालू परिवार के करीबियों के घर तलाश रही थी.
क्यों और कहा पड़े CBI के छापे
पटना में बुधवार सुबह राष्ट्रीय जनता दल के पार्षद सुनील सिंह के घर और दूसरे कई ठिकानों पर सीबीआई की टीम पहुंच गई. अचानक सीबीआई की रेड शुरु होने से RJD खेमे में हड़कंप मच गया है. MLC सुनील सिंह के ठिकाने के साथ-साथ CBI बिस्कोमान के उपाध्यक्ष गिरी जी के एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर भी पहुची. सुनील सिंह पूर्व सीएम राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई कहे जाते हैं और लालू परिवार के बेहद करीबी हैं. सुनील सिंह बिस्कोमान के अध्यक्ष भी हैं. इधर सीबीआई की टीम लालू के करीबियों के घर तलाश रही थी उधर ईडी ने लालू परिवार के एक और करीबी राज्यसभा सांसद अश्फाक करीम के घर और दूसरे ठिकानों पर छापा मार दिया. अश्फाक करीम कटिहार मेडिकल कॉलेज के सर्वेसर्वा माने जाते हैं. सुनील सिंह और अश्फाक करीम के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी से पहले सीआरपीएफ की टुकड़ियां भी तैनात की गई.
छापेमारी की खबर से सनसनी तो फैली लेकिन जल्द ही इसका सेंटर पटना से हरियाणा के गुरु ग्राम शिफ्ट हो गया. जहां से ख़बर आई कि तेजस्वी यादव के मॉल पर सीबीआई रेड कर रही है. रेड क्यों और किस मामले में हो रही है इसकी किसी को जानकारी नहीं थी. सूत्रों बता रहें थे कि छापेमारी जमीन के बदले नौकरी के मामले में हो रही है. इस बात की तसदीक बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी की. वैसे लालू परिवार पहले से ही ईडी और सीबीआई रेड की उम्मीद कर रहा था इसलिए मंगलवार रात तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद ने अपने सभी एमएलसी और विधायकों की बैठक बुलाई थी जिसमें उन्होंने ईडी और दूसरी केंद्रीय जांच एजेंसियों से सतर्क रहने के लिए कहा भी था.
सदन में क्या क्या हुआ
बुधवार शाम बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार की सरकार ने विश्वासमत हासिल कर लिया. अब 26 अगस्त को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. गुरुवार को इसके लिए नामांकन भरा जाएगा.
बुधवार को दिनभर बिहार विधानसभा और विधानसभा के बाहर जबरदस्त सियासी हलचल रही. फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया फिर विधानसभा उपाध्यक्ष ने सदन में विश्वास मत पर मतदान करवाया. मतदान के दौरान भी खूब हंगामा हुआ. सदन के नेता नीतीश कुमार के वक्तव्य के बीच बीजेपी के सभी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. नतीजा ये हुआ कि विश्वास मत पर मतदान विपक्ष की अनुपस्थिति में ही हो गया. नीतीश सरकार का 160 वोट मिले जबकि विपक्ष को 0.
सदन में विश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी ने क्या कहा?
सदन में विश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी का पक्ष रखा पूर्व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने. तार किशोर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा, “अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को लेकर ही उन्होंने पहले 2013 में और फिर नौ साल बाद बीजेपी का साथ छोड़ दिया.’’ तार किशोर प्रसाद ने आरोप लगाया, ‘‘वह मुख्यमंत्री बने रहते हैं, लेकिन उपमुख्यमंत्री बदलते रहते हैं. वह एक ऐसे बल्लेबाज की तरह हैं जो खुद पिच पर बने रहने के लिए दूसरों को रन आउट कराने को तैयार रहते हैं. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को याद रखना चाहिए कि उसके अध्यक्ष लालू प्रसाद ने उनकी तुलना सांप से की थी जो अपना केंचुली छोड़ता है.’’
सदन में सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी को जबरदस्त घेरा
अपने संबोधन के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने बीजेपी पर खूब हमला किया. हमला इतना जोरदार था कि बीजेपी सदन से वॉकआउट कर गई. नीतीश कुमार ने अपने संबोधन के दौरान आरसीपी सिंह के बहाने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीजेपी पर जेडीयू को तोड़ने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं NDA सरकार में दोबारा सीएम नहीं बनना चाहता था बीजेपी ने दबाव बनाकर मुख्यमंत्री बनाया. मुझपर सीएम बनने के लिए दबाव डाला गया. नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने मुझपर आरोप लगाया कि इन्होंने कोई काम नहीं किया है. जबकि बीजेपी में जो अनाप-शनाप बोलेगा उसी को जगह मिलेगी. सीएम ने कहा बीजेपी में अच्छे लोगों को मौका नहीं मिलता. संबोधन के दौरान नीतीश कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी की तारीफ की. नीतीश ने पूछा कि आजादी की लड़ाई में बीजेपी कहां थी? इसके साथ ही नीतीश कुमार ने 2024 के चुनाव का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अगर 2024 में सब एकजुट होकर लड़ेंगे तो बीजेपी को कोई नहीं पूछेगा. सीएम ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि इन्होंने कोई काम नहीं किया, ये लोग सिर्फ प्रचार के एक्सपर्ट हैं.
तेजस्वी ने खोली बीजेपी की पोल
सदन के अंदर और सदन के बाहर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई को बीजेपी का ‘जमाई’ बताया. तेजस्वी यादव के बयान पर बीजेपी ने जमकर विरोध किया. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी समाज को बांटने का काम करती है. उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र का ढांचा बीजेपी को कुचलने नहीं देंगे, इसलिए हम लोग एक हुए हैं.
सदन के आदर तेजस्वी जितना शानदार बोले बाहर भी उनके बीजेपी पर वार जबरदस्त रहें. गुरु ग्राम में अपने मॉल पर छापे की ख़बर को तेजस्वी ने उन्हें बदनाम करने की साजिश बताया. तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस मॉल को उनका बता कर बदनाम करने की साजिश रची जा रही है उसमें दरअसल बीजेपी के किसी नेता का पैसा लगा है. जिस कंपनी ने मॉल बनाया है उस कंपनी के डायरेक्टर कृष्ण कुमार नाम के व्यक्ति हैं, और इस मॉल का उद्घाटन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के हाथों हुआ था. तेजस्वी ने कहा कि वो तो खुद ये जानकर हैरान रह गए कि गुरु ग्राम में उनका कोई मॉल भी है.