Kunal Kamra’s Shinde joke: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ कुणाल कामरा की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. सोमवार को विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से इस मामले में प्रतिक्रियाएं आने लगीं. वहीं मुंबई पुलिस ने भी स्टैंड-अप कॉमेडियन और लगभग 40 शिवसेना कार्यकर्ताओं के खिलाफ हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की, जहां कल रात कामरा का शो हुआ था.
तुम्हें (कुणाल कामरा) शिवसेना शैली में अच्छा सबक मिलेगा- राहुल कनाल
इस बीच शिवसेना की युवा शाखा (शिंदे गुट) के महासचिव राहुल कनाल ने आरोप लगाया कि कामरा का शो एक “पैसा देकर पैदा की गया विवाद” है. कनाल ने कहा कि यह मुद्दा आत्मसम्मान और बुजुर्गों को निशाना बनाने का है. उन्होंने धमकी देते हुए कहा, “(कुणाल कामरा के लिए) संदेश स्पष्ट है, ‘अभी तक तो यह ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है.’ जब भी तुम मुंबई में रहोगे, तुम्हें शिवसेना शैली में अच्छा सबक मिलेगा.”
आपको बता दें, राहुल कनाल पर हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ मामले में एफआईआर दर्ज की गई है.
इस मामले में जहां, सत्ताधारी महायुति गठबंधन के सहयोगियों – भाजपा और शिवसेना – ने कथित टिप्पणी की निंदा की और एक साजिश की आशंका जताई. वहीं, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने कामरा के भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकारों का बचाव किया.
कुणाल कामरा ‘निम्न स्तरीय कॉमेडी’ के लिए माफ़ी मांगें- सीएम फडणवीस
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कॉमेडियन कुणाल कामरा की एकनाथ शिंदे पर की गई टिप्पणी को लेकर उठे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कामरा को इस तथ्य से अवगत होना चाहिए कि महाराष्ट्र के लोगों ने तय कर लिया है कि कौन गद्दार है और कौन खुद्दार है और यह शिंदे जी ही हैं जो बालासाहेब ठाकरे की विरासत को आगे ले जा रहे हैं.”
वह कामरा के पैरोडी गाने का जिक्र कर रहे थे जिसमें शिवसेना पार्टी में विभाजन के संदर्भ में शिंदे की आलोचना की गई थी.
उन्होंने कहा, “कामरा को अपनी निम्न स्तरीय कॉमेडी के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए. आप व्यंग्य कर सकते हैं लेकिन किसी का अपमान नहीं कर सकते.”
उन्हें अपने अधिकारों के भीतर बोलना चाहिए- उपमुख्यमंत्री अजीत पवार
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि “किसी को भी” कानून, संविधान और नियमों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए. “उन्हें अपने अधिकारों के भीतर बोलना चाहिए. मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यह ध्यान रखना चाहिए कि इसमें पुलिस की भागीदारी की आवश्यकता नहीं है.”
Kunal Kamra’s Shinde joke: यह हमारे देश के लोकतंत्र की खूबसूरती है- संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि कामरा ने भी इसी तरह एमवीए सरकार का मज़ाक उड़ाया और गुंडागर्दी की निंदा की. उन्होंने कहा, “हालांकि, मेरा मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. अगर कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं है, तो उसे स्वीकार किया जाना चाहिए. अगर टिप्पणी किसी राजनीतिक विचारधारा पर है, तो उसे स्वीकार किया जाना चाहिए. यह हमारे देश के लोकतंत्र की खूबसूरती है. कुणाल कामरा के कार्यालय, स्टूडियो में तोड़फोड़ की गई, यह गुंडागर्दी है.”
इस तरह की व्यंग्यात्मक टिप्पणियां बालासाहेब ठाकरे जैसे कई बड़े नेताओं की ताकत थीं- रोहित पवार
एनसीपी-एससीपी विधायक रोहित पवार ने कहा कि हास्य कलाकारों के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का यह 2014 से पहले का युग नहीं है और उन्होंने नेताओं से अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को कुछ ज्ञान देने का आग्रह किया.
पवार ने कहा, “इस तरह की व्यंग्यात्मक टिप्पणियां बालासाहेब ठाकरे जैसे कई बड़े नेताओं की ताकत थीं. एकनाथ शिंदे उनके कार्यकर्ता हैं. 2003 में छगन भुजबल पर ऐसी टिप्पणी की गई थी, जो अब महायुति में हैं. उस समय उनके कार्यकर्ताओं ने एक कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. इसकी जिम्मेदारी लेते हुए छगन भुजबल ने इस्तीफा दे दिया था. जब राहुल गांधी से राजीव गांधी पर एक सिलसिलेवार टिप्पणी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि किसी के ऐसा कहने से राजीव गांधी का महत्व कम नहीं हो जाता.”
अदालतें उन्हें सज़ा देने के लिए हैं, लेकिन यह गुंडागर्दी है- प्रमोद तिवारी
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि संविधान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है. उन्होंने कहा, “अगर किसी ने किसी का अपमान किया है, तो आपको मामले की जांच करनी चाहिए. अदालतें उन्हें सज़ा देने के लिए हैं, लेकिन यह गुंडागर्दी है.”
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