बुधवार को वक्फ एक्ट को लेकर बनी जेपीसी JPC on Waqf Act की रिपोर्ट 29 नवंबर की डेडलाइन को पेश करने के अध्यक्ष के एलान के बात विपक्ष ने मीटिंग का बहिष्कार किया. जिसके बाद ऐसे संकेत दिए गए की जेपीसी को विस्तार दिया जा करता है. खुद बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे ने भी कमेटी के विस्तार के लिए प्रस्ताव रखा.
JPC on Waqf Act की मीटिंग छोड़ निकल गया विपक्ष
बुधवार को वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जेपीसी की बैठक से विपक्षी सदस्य यह आरोप लगाते हुए बाहर निकल गए कि इसकी कार्यवाही एक मजाक बन गई है.
विपक्षी सदस्यों का कहना था कि समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने 29 नवंबर को जेपीसी की वक्फ (संशोधन) रिपोर्ट का मसौदा पेश करने की घोषणा की थी. जिसका सभी विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया है.
अध्यक्ष जगदंबिका पाल पर क्या है विपक्ष का आरोप
शीतकालीन सत्र के शुरु होने के साथ ही विपक्षी नेताओं ने लोकसभा स्पीकर से मुलाकात कर जेपीसी के विस्तार की मांग की थी. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई, डीएमके के ए राजा, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, आप के संजय सिंह और टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी ने समिति के अध्यक्ष पाल के आचरण का विरोध किया. उनका अध्यक्ष पर आरोप है कि वह उचित प्रक्रिया पूरा किए बिना 29 नवंबर की समय सीमा तक रिपोर्ट सौंपने के लिए उत्सुक है.
जेपीसी अध्यक्ष को कोई बड़ा मंत्री गाइड कर रहा है-गौरव गोगोई
वहीं आज के घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता और समिति के सदस्य गौरव गोगोई ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने समिति के विस्तार का संकेत दिया था, इसके बाद पाल का रिपोर्ट पेश करने की बात करना ऐसा लग रहा था कि पाल की कार्रवाई को कोई “बड़ा मंत्री” गाइड कर रहा है.
इस समिति ने बिहार, पश्चिम बंगाल का दौरा नहीं किया-ओवैसी
AIMIM सांसद और जेपीसी सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “अधिदेश यह है कि रिपोर्ट 29 (नवंबर) को दी जानी चाहिए। हम इसे कैसे दे सकते हैं, इसके लिए एक प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए जो नहीं किया गया है…सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस समिति ने बिहार, पश्चिम बंगाल का दौरा नहीं किया है…”
स्पीकर ने हमें आश्वासन दिया था कि वे JPC का समय बढ़ा देंगे-संजय सिंह
वहीं, AAP सांसद और जेपीसी सदस्य संजय सिंह ने कहा, “…जब तक पूरी रिपोर्ट तैयार ना हो जाए, सभी पक्षों की बात नहीं सुनी जाती और जेपीसी का दौरा पूरा नहीं हो जाता, मुझे लगता है कि उससे पहले मसौदा रिपोर्ट पेश करना गलत है. स्पीकर ने हमें आश्वासन दिया था कि वह जेपीसी का समय बढ़ा देंगे…इन सब बातों को दरकिनार करते हुए आप कह रहे हैं कि मसौदा रिपोर्ट पेश करने के लिए तैयार है. आपने दिल्ली सरकार, जम्मू-कश्मीर सरकार, पंजाब सरकार, यूपी सरकार की बात नहीं सुनी…”
निशिकांत दुबे ने भी की कमेटी के कार्यकाल के विस्तार की मांग
हालांकि, विपक्ष के विरोध में मीटिंग छोड़ के निकलने के एक घंटे बाद फिर मीटिंग शुरु हुई. ऐसा कहा गया कि जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल समिति की ओर से संकेत दिए गए है कि कमेटी का कार्यकाल में विस्तार की मांग कर सकते हैं. जिसके बाद विरोध करने वाले सांसद बैठक में वापस आए.
इस बीच, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने वक्फ बिल पर जेपीसी के लिए और समय मांगा सब को चौका दिया. उन्होंने आज विपक्षी सांसदों के बैठक से वॉकआउट करने के कुछ घंटों बाद संसदीय समिति की बैठक में ये प्रस्ताव पेश किया.
ये भी पढ़ें-Maharashtra CM : ‘पीएम मोदी का फैसला स्वीकार’, सीएम पद को लेकर एकनाथ शिंदे ने डाले हथियार