Delhi Air pollution: दिल्ली की वायु गुणवत्ता गुरुवार को “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच गई. जिसके बाद एनसीआर के लोगों को “गंभीर” प्रदूषण स्तर से पांच दिन बाद थोड़ी राहत मिली. कोहरे की तीव्रता में कमी और हवा चलने की वजह ने वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला. हलांकि दिल्ली में न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रहा और यह इस मौसम के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया.
गुरुवार को AQI 376 (बहुत खराब) दर्ज किया गया
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को सुबह 9 बजे औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 376 (बहुत खराब) दर्ज किया गया. ये बुधवार को शाम 4 बजे 419 (गंभीर) के स्तर से बेहतर है. सुबह 9 बजे, 38 में से 11 वायु गुणवत्ता स्टेशन गंभीर श्रेणी में थे. बाकी “बहुत खराब” श्रेणी में थे. दिल्ली के वजीरपुर (436) में सबसे अधिक AQI दर्ज किया गया, उसके बाद जहांगीरपुरी (435) का स्थान रहा. दो स्टेशन ऑफ़लाइन थे.
सीपीसीबी 0-50 के बीच के AQI को “अच्छा”, 51 और 100 के बीच के AQI को “संतोषजनक”, 101 और 200 के बीच के AQI को “मध्यम”, 201 और 300 के बीच के AQI को “खराब”, 301 और 400 के बीच के AQI को “बहुत खराब” और 400 से अधिक के AQI को “गंभीर” श्रेणी में रखता है.
तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी
गुरुवार को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम है, जबकि एक दिन पहले यह 11.2 डिग्री सेल्सियस और मंगलवार को 12.3 डिग्री सेल्सियस था. चार दिनों में इसमें करीब 6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है.
तापमान में गिरावट से हवा की गति धीमी हो जाती है, जिससे प्रदूषकों का फैलाव मुश्किल हो जाता है. लेकिन उत्तर-पश्चिम भारत में कोहरा कम होने के कारण दिन के समय तापमान फिर से बढ़ रहा है. गुरुवार को हल्के कोहरे के कारण विजिबिलिटी 500 मीटर तक कम हो गई. भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि सुबह 8:30 बजे देश में कहीं भी घना कोहरा नहीं देखा गया.
Delhi Air pollution: कोहरा कम होने से आया AQI में सुधार
कम कोहरे की तीव्रता के कारण दिन में सूरज की रोशनी सतह पर पहुँचती है, जिससे सतह पर हवाएँ तेज़ हो जाती हैं और मिक्सिंग हाइट बढ़ जाती है, जो वायुमंडल की एक अदृश्य परत है जिसके भीतर प्रदूषक फंस जाते हैं. सोमवार को ऐसा नहीं हुआ और दिल्ली का AQI 494 रहा. उस दिन पूरे दिन घना कोहरा छाया रहा और सूरज की किरणें सतह तक नहीं पहुँच पाईं.
निजी मौसम पूर्वानुमानकर्ता स्काईमेट के मौसम विज्ञान उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि कोहरा कम हो गया है और दिन में धूप खिली हुई है. “हवा की गति भी पहले जितनी धीमी नहीं है.”