कॉमेडियन Shyam Rangeela का वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन खारिज कर दिया गया है. उन्होंने मंगलवार (14 मई) को उत्तर प्रदेश की हाई-प्रोफाइल सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था.
भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) की वेबसाइट के अनुसार, 38 नामांकन खारिज कर दिए गए, जबकि पीएम मोदी और कांग्रेस के अजय राय सहित 17 हलफनामे स्वीकार कर लिया गया है.
क्यों किया गया Shyam Rangeela का नामांकन खारीज
सवाल ये है कि आखिर चुनाव आयोग ने रंगीला का नामांकन क्यों खारिज कर दिया? किसी उम्मीदवार के शपथ पत्र को अस्वीकार करने के नियम क्या हैं?
तो चुनाव आयोग के मुताबिक रंगीला का नामांकन “इस आधार पर रद्द कर दिया गया कि उन्होंने शपथ नहीं ली थी”. एक एफिडेविट नहीं होना भी इसकी वजह बताई गई. हलांकि श्याम संगीला ने एकेस पर वीडियो पोस्ट कर कहा, “बताया गया कि एक नॉमिनेशन के पीछे का कारण जो चुनाव आयोग कार्यालय से आपको दिखा रहें है उसकी भी सच्चाई आपके सामने रख रहा हूँ, लोकतंत्र में उन्हीं को लड़ने का अधिकार है जिन्हें आयोग चुनेगा “
नॉमिनेशन के पीछे का कारण जो चुनाव आयोग कार्यालय से आपको दिखा रहें है उसकी भी सच्चाई आपके सामने रख रहा हूँ,
लोकतंत्र में उन्हीं को लड़ने का अधिकार है जिन्हें आयोग चुनेगा 🙏🏽💔 pic.twitter.com/aBFK6Zejry— Shyam Rangeela (@ShyamRangeela) May 15, 2024
29 वर्षीय ने पहले मंगलवार को आरोप लगाया था कि उन्हें वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन दाखिल करने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
आयोग द्वारा सोच-समझ कर मेरे साथ भी छल किया गया हैShyam Rangeela
श्याम रंगीला ने एक्स पर पोस्ट कर आरोप लगाया कि, “आयोग द्वारा सोच-समझ कर मेरे व मेरे साथ साथ बाक़ी 24-25 प्रत्याशियों के साथ भी छल किया गया है, लोकतंत्र में सामान्य नागरिक के चुनाव लड़ने के अधिकार की हत्या कर दी गई है, कुछ लोग है जो मुझ पर उँगली उठा रहे है उनको कहूँगा कि आप हिम्मत करिए और जाइए, बाक़ी प्रत्याशियों से बात कीजिए. वो तो पब्लिसिटी के लिए नहीं आए होंगे ?.”
उन्होंने एक और पोस्ट में कहा कि, “वाराणसी से नहीं लड़ने देंगे ये तय था, अब साफ़ हो गया दिल ज़रूर टूट गया है, हौंसला नहीं टूटा है. आप सबके सहयोग के लिए शुक्रिया. “