संवाददाता सुभाष शर्मा,दरभंगा : श्यामा मंदिर Shyama Mandir में बलि प्रथा पर रोक लगाने का मामला गंभीर होता हुआ जा रहा है. रविवार को विभिन्न संगठनों के लोग आपसी मतभेद को छोड़ बलि प्रथा पर रोक लगाने के विरुद्ध में एकजुट होकर चरणबद्ध आंदोलन करना शुरू कर दिया है. इंद्रभवन मैदान में बैठक कर मिथिला संस्कृति संरक्षक समिति का गठन किया गया जिसमें विभिन्न दल के नेता व आम लोग शामिल हुए.
Shyama Mandir तंत्र उपासना का मंदिर
वक्ताओं ने कहा कि श्यामा मंदिर आम मंदिर है ही नहीं. आज बिहार राज्य धर्म न्यास बोर्ड भूल रहा है कि जिस महाराज रामेश्वर सिंह की चिता पर यह मंदिर बना है वो अपने समय में संपूर्ण भारत के धर्म महामंडल के अध्यक्ष थे और तात्कालिक भारत के सर्वाधिक सिद्ध तांत्रिकों में से एक थे. श्मशान भूमि में उनकी चिता पर यह काली मंदिर स्थापित करने की एक वजह यह थी कि यह तंत्र उपासना का मंदिर है. तंत्र उपासना पूजा पद्धति का ऐसा रूप है जो वैदिक, भक्ति, मांत्रिक, पौराणिक आदि पूजा पद्धतियों से बिल्कुल अलग है. इसका विधि, विधान सब अलग होता है. यह पूजा पद्धति पंचमकार यानि की मत्स्य, मांस, मुद्रा, मद्य, मैथुन के बिना हो ही नहीं सकता. तंत्र उपासना के लिए बने काली मंदिर में बलि रोकने का निर्णय धर्म न्यास बोर्ड का भयावह निर्णय है.
सरकार के फैसले पर नाराजगी
बैठक में शामिल मिथिला संस्कृति संरक्षक समिति के सदस्य श्यामा मंदिर पहुंचकर बलि प्रथा चालू करो, परम्परा से खिलवाड़ करना बंद करो, मिथिला विरोधी सावधान, श्यामा न्यास समिति इस्तीफा दो जैसे नारेबाजी किया. इसके बाद मुख्य द्वार पर आकर एके जैन का पुतला दहन किया गया और घोषणा किया गया कि मंगलवार की संध्या को आयकर चौराहा से श्यामा मंदिर परिसर तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा अगर इसपर तत्काल रोक नहीं लगता है तो 25 दिसंबर को गांव-गांव से हजारों लोगों को लाकर बलि प्रदान करने का काम किया जाएगा और यह आंदोलन और भी उग्र होता जाएगा अन्यथा तत्काल इस तुगलकी फरमान को वापस लिया जाए. इस निर्णय में उदय नारायण झा, गोपाल चौधरी, आदित्य नारायण मन्ना, अमन सक्सेना, रंगनाथ ठाकुर, अविनाश झा, मुकेश दास, मीणा झा, अमित कुमार, उग्रनाथ मिश्रा, पंकज झा, प्रियांशु झा, शशि प्रदीप गुप्ता, पप्पू चौधरी, सुधांशु शेखर, राहुल झा, श्याम सुंदर झा, नीरज भारद्वाज, अनीश चौधरी, अर्जुन कुमार, अमित मिश्रा, अंकित आज़ाद, जनार्दन मिश्रा, वीरेंद कुमार, सुजीत मल्लिक, बालेंदू झा, बबलू मिश्रा, मनीष मिश्रा, राहुल सिंह समेत कई अन्य लोग शामिल रहे.