दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी Rahul Gandhi के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने पर मुश्किल में फंसते नज़र आ रहे हैं. इस मामले को लेकर BJP चुनाव आयोग पहुंच गया और शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी ने आयोग से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भी प्रधानमंत्री पर दिए एक बयान पर कार्रवाई की मांग की है.
![Rahul Gandhi](https://thebharatnow.in/wp-content/uploads/2023/10/rahul-press-confrence.jpg)
Rahul Gandhi और मल्लिकार्जुन खड़गे पर एक्शन की मांग
भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से गुहार लगाते हुए कहा था कि गुजरात के सीएम रहते हुए पीएम मोदी ने उनकी जाति को ओबीसी सूची में शामिल कराया था. बीजेपी ने अपनी शिकायत में कहा है कि हम निर्वाचन आयोग से अनुरोध करते हैं कि वे मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी पर उनके लगातार धोखाधड़ी, आधारहीन और अपमानजनक आचरण के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करते हुए तत्काल हस्तक्षेप करे. इन दोनों के खिलाफ निषेधात्मक आदेश (चुनाव प्रचार पर रोक लगाने का आदेश) पारित किया जाए. अगर ये नहीं हुआ तो यह चुनावी माहौल को खराब कर देंगे. इससे सम्मानित व्यक्तियों को बदनाम करने के लिए अपशब्दों, आपत्तिजनक भाषा का उपयोग और झूठी खबरों को रोकना मुश्किल हो जाएगा.
राहुल गांधी ने क्या कहा था
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लेकर एक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट विश्व कप फाइनल के दौरान अहमदाबाद स्टेडियम में पीएम मोदी की उपस्थिति देश की टीम के लिए दुर्भाग्य लेकर आई और वह मैच हार गई. राहुल ने सीधे तो नहीं लेकिन सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे पनौती शब्द का इस्तेमाल पीएम के लिए किया था.
कांग्रेस नेताओं ने आदर्श आचार संहिता और कानून का किया उल्लंघन
भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता और कानून का उल्लंघन किया है. बीजेपी ने अपनी शिकायत में दोनों नेताओं के भाषणों के अंश का उल्लेख किया है. इन पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि भाषण में इस तरह का जिक्र करना अपमानजनक, अमर्यादित और गलत है.
मुख्यमंत्री शिवराज ने भी राहुल की आलोचना करी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी राहुल गांधी के बयान की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि देश की जनता राहुल गांधी को कभी माफ नहीं करेगी, यह बयान देशद्रोह की सीमा में आता है. बुद्धिहीनता का इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं हो सकता.