नई दिल्ली : लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव (noconfidencemotion) पर चर्चा जारी है. चर्चा की शुरुआत कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने की. सदन में जैसे ही ये सूचना दी गई कि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव (noconfidencemotion) की शुरुआत कांग्रेस नेता गौरव गोगोई करेंगे, इसपर ससंदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि ‘ हम तो इंतजार कर रहे थे कि राहुल गांधी सदन में चर्चा की शुरुआत करेंगे. इसके बारे में सचिवालय को सूचित भी किया गया लेकिन अब ये काम गौरव गोगोई कर रहे हैं, ऐसा क्यों?
Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi wonders why Rahul Gandhi's name as lead speaker for no-trust motion withdrawn at last minute
— Press Trust of India (@PTI_News) August 8, 2023
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि 11.55 तक ये कहा गया कि राहुल गांधी चर्चा की शुरुआत करेंगे लेकिन 5 मिनट में ऐसा क्या हो गया कि राहुल गांधी की जगह पर गौरव गोगोई चर्चा की शुरुआत कर रहे हैं?
राहुल गांधी की मौजूदगी में गौरव गोगोई ने पेश किया अविश्वास प्रस्ताव (noconfidencemotion)
जिस समय संसदीय कार्यमंत्री बात बोल रहे थे उस समय सदन में राहुल गांधी और सोनिया गांधी दोनों सदन में मौजूद थे. संसदीय कार्यमंत्री के वक्तव्य के बाद जब गौरव गोगोई ने बोलना शुरु किया तो उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया जिसपर गृहमंत्र अमित शाह भड़क उठे. उन्होंने सभापति से कहा कि गौरव गोगोई ने गंभीर आरोप लगाये हैं. दरअसल राहुल गांधी के ना बोलने को लेकर प्रह्लाद जोशी ने जो कहा उस पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री कांग्रेस के आफिस में क्या बात होती है ये बताने की कोशिश कर रहे हैं. इस तरह से हम भी बता सकते हैं कि पीएम मोदी के दफ्तर में क्या बात होती है ?
गौरव गोगोई के इस बयान पर सदन में मौजूद गृहमंत्री अमित शाह भड़क गये और उन्होंने कहा कि आप बतायें कि पीएम मोदी के दफ्तर में क्या बात होती है?
सदन के सभापति के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई.
गौरव गोगोई ने noconfidencemotion पर चर्चा की शुरुआत की
PHOTO | Congress MP @GauravGogoiAsm initiates debate on no-confidence motion in Lok Sabha.#NoConfidenceMotion pic.twitter.com/zjikVJ4ibE
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गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि ये अविश्वास प्रस्ताव हमारी मजबूरी है.गौरव गोगोई ने कहा कि ये विपक्ष की मजबूरी थी कि अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा, ये बात कभी भी संख्या की नहीं थी.ये बात हमेशा से मणिपुर के इंसाफ की थी. इंडिया एलांयस आज इंसाफ की मांग को लेकर आया है. मणिपुर की बेटी , युवा और किसान सरकार से इंसाफ की मांग कर रहे हैं. मणिपुर की घटना केवल उत्तर पूर्व की घटना नहीं बल्कि पूरे देश की घटना है .मणिपुर जल रहा है तो भारत जल रहा है.मणिपुर में आग लगी है तो भारत में आग लगी है. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव रखते हुए कहा कि हमारी मांगें स्पष्ट थी कि देश के मुखिया होने के नाते हमारे प्रधानमंत्री सदन में आयें अपनी बात रखें, अपनी संवेदनाएं प्रकट करें. इसमें सारी पार्टी समर्थन दे और दुख की इस घड़ी में मणिपुर को ये संदेश जाये कि दुख के इस समय में पूरा देश उनके साथ है. मणिपुर में ये संदेश जाये कि हम मणिपुर में शांति चाहते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ, प्रधानमंत्री ने मौन व्रत लिया और ना राज्य सभा में बोले न ही लोकसभा में . हम प्रधानमंत्री के मौन व्रत तोड़ने के लिए सदन में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आये हैं.
विपक्ष के पीएम मोदी से तीन सवाल
VIDEO | "The INDIA alliance has moved this no-confidence motion for Manipur because Manipur demands justice. The incidents are not merely happening in a corner of Northeast, but are happening in India. If Manipur is burning, the entire India is burning," says Congress MP… pic.twitter.com/4IMM8VPpdv
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विपक्ष की तरफ से बोलते हुए गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार से उनके तीन सवाल हैं
1.आज तक वो मणिपुर क्यों नहीं गये? राहुल गांधी गये,इंडिया अलायंस के लोग गये, गृहमंत्री जी गये, गृहराज्य मंत्री गये, फिर प्रधानमंत्री जी क्यों नहीं गये?
- प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर पर कुछ बोलने में लगभग 80 दिन लगे, ऐसा क्यों ? सदन में मंत्री गण बोल रहे हैं कि वो इस मुद्दे पर बोलेंगे लेकिन इस अहम मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों का जो महत्व है वो किसी और मंत्री के शब्दों में नहीं है. प्रधानमंत्री ने 30 सेकेंड बोलने के बाद एक बार भी मणिपुर में शांति की बहाली के लिए कुछ भी नहीं कहा.
- मणिपुर के मुख्यमंत्री को अब तक बर्खास्त क्यों नहीं किया गया? गौरव गोगोई ने कहा कि गुजरात में जब चुनाव आया तो एक बार नहीं दो दो बार मुख्यमंत्री बदले गये.उत्तराखंड में चुनाव आये तो मुख्यमंत्री बदल दिये गये. त्रिपुरा में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदल दिये. फिर मणिपुर सीएम में ऐसा क्या खास है कि उन्हें नहीं हटाया गया है.
VIDEO | "I have three clear-cut questions to the PM. First, why didn't he go to Manipur? Second, why did it take nearly 80 days for him to speak on Manipur and when he spoke, he did for just 30 seconds. Third, why didn't you remove Manipur CM?" says Congress MP @GauravGogoiAsm in… pic.twitter.com/nWcC2cEMco
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गोरव गोगोई ने कहा कि हमें लगता है कि हमने जो तीन सवाल पूछे हैं उनके तीन उत्तर भी हैं. सबसे पहले ये कि उन्हें ये मानना होगा कि मणिपुर में उनकी डबल इंजन की सरकार फेल हो गई है.इसलिए मणिपुर में 150 लोग मरे, लगभग 5 हजार घर जलाये गये. लगभग 60 हजार लोग राहत शिविरों में रहने के लिए मजबूर हैं. लगभग 6500 FIR हैं. राज्य में शांति और सद्भाव का वातावरण बनाने की जगह मुख्यमंत्री ने राज्य में पिछले 2-3 सालों से ऐसे काम किये हैं जो केवल लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं. समाज दो भागों मे बट गया और लोग एक दूसरे के खिलाफ नफरत से भरे हुए हैं. गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार जो एक इंडिया की बात करती है उसने दो मणिपुर बना दिये हैं. गौरव गोगोई ने सदन को अटल बिहारी वाजपेयी के राजधर्म की याद दिलाई . मणिपुर के मुख्यमंत्री को राजधर्म की याद दिलाते हुए कहा कि कहा राजा या शासक के लिए प्रजा में भेद नहीं हो सकता.ना जन्म के आधार पर न ही जाति के आधार पर ना समुदाय के आधार पर .
विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान मणिपुर के वायरल वीडियो के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि उस वीडियो से सभी को पीड़ा हुई. करगिल का जवान कह रहा है कि उसने अपने देश की रक्षा तो कर ली लेकिन अपने परिवार की रक्षा नही कर सका. धार्मिक स्थल भी अछुते नहीं हैं. राज्य में इंटरनेट नहीं है और आप कहते हैं कि सब नॉर्मल है. बच्चे स्कूल नहीं जा रहे, लोग अपनी बात नहीं कह पा रहे हैं, वो तो वीडियो वायरल हो गया, नहीं तो आज तक प्रधानमंत्री मोदी जी मौन ही रहते .
गौरव गोगोई ने मणिपुर सीएम के हिंसा में ड्रग माफिया का हाथ होने के बयान पर कहा कि एक तऱफ सीएम कह रहे हैं कि ड्रग के कारण ये सब हो रहा है लेकिन दूसरी तरफ एक बड़े ड्रग माफिया नेता को पुलिस ने सीएम ऑफिस से पकड़ा तो सीएम के कार्यालय से उसे बचाने के लिए कहा गया. ड्रग माफिया कोई और नहीं बल्कि बीजेपी के डिस्ट्रीक्ट काउंसिल का चेयरमैन था. गोगोई ने कहा कि पुलिस अधिकारी सरकार द्वारा पोषित ड्रग माफिया से इतने परेशान हैं कि उन्हें छोड़ने के बदले अपने मेडल्स वापस कर रहे हैं.