संसद में अडानी और राहुल गांधी माफी मामले को लेकर गतिरोध जारी है. शुक्रवार को आधे घंटे के अंदर लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने और लोकसभा टीवी की आवाज़ गायब होने को लेकर काफी हंगामा हुआ था. विपक्ष आरोप लगाया था कि जान बूझकर लोकसभा को म्यूट किया गया था. सोमवार को भी उम्मीद ये ही है कि विपक्ष राहुल गांधी को बोलने देने की मांग पर अड़ा रहेगा. सदन की रणनीति को लेकर सुबह विपक्षी दलों ने राज्य सभा एलओपी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद कक्ष में बैठक भी की है.
ममता मोदी के डर से राहुल पर साध रही हैं निशाना- अधीर रंजन चौधरी
वहीं कांग्रेस जहां विपक्ष को अपने साध दिखाने की कोशिश कर रही है वहीं टीएमसी अपने आप को कांग्रेस से अलग. अब ममता बनर्जी ने बयान दिया है कि अगर ‘राहुल गांधी विपक्ष के लीडर बने रहे तो नरेंद्र मोदी को कोई टारगेट नहीं कर सकता’. इस बयान का जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, “ ये मोदी जी के आदेश और निर्देश पर कह रही हैं. ममता बनर्जी ने बंगाल में साबित कर दिया है कि उनमें और PM मोदी में एक करार हुआ है. उनका मकसद कांग्रेस और राहुल गांधी को तबाह करना और इनकी छवि धूमिल करना है. ममता बनर्जी का नारा बदल चुका है, वे ED-CBI से बचना चाहती हैं. जो भी कांग्रेस का विरोध करेगा उससे मोदी खुश होंगे. उनका सबसे बड़ा प्रयास PM मोदी को खुश करना है.”
राहुल गांधी को दिल्ली पुलिस के नोटिस मामले को राज्यसभा में उठाएंगे कांग्रेस अध्यक्ष
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वो राज्यसभा में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर दिए राहुल गांधी के मुद्दे को उठाएंगे. उन्होंने कहा कि, “जो मुद्दे हम उठा रहे हैं उससे भटकाने की कोशिश हो रही है. भारत जोड़ो यात्रा 46 दिन पहले पूरी हो गई. पुलिस अब सवाल कर रही है कि यात्रा में कौन मिला? यात्रा में लाखों लोग जुड़े थे. भाषण जम्मू-कश्मीर में दिया गया था.”
उन्होंने कहा कि, “यात्रा के दौरान यानि कन्याकुमारी से कश्मीर तक मुझे लोगों ने अपनी समस्या सुनाई. राहुल गांधी को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है. हमने कल के लिए समय मांगा है अगर बोलने दिया गया तो जरूर बोलेंगे. लोकतंत्र में ये बोलने भी नहीं देते.”
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