लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी ने मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के सांसद व विधायकगणों के साथ क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं की समीक्षा की. बैठक में जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को क्षेत्रीय जनभावनाओं से अवगत कराया, जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल निर्णय के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ प्रमुख दिशा-निर्देश दिए.
निवेशकों की पहली पसंद है उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री नेकहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समग्र विकास के लिए हमें ‘रिफॉर्म, परफॉर्म ट्रांसफॉर्म’ का मंत्र दिया है. इस मंत्र को अपनी कार्ययोजना में उतारने का ही परिणाम है कि बीते साढ़े पांच साल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है. देश-विदेश के निवेशकों के लिए सर्वश्रेठ गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश की पहचान है. आज देश-दुनिया के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उत्साहित हैं. यह बदलाव हमारे प्रदेश, हमारे युवाओं के स्वर्णिम भविष्य की राह बनाने वाला है.
ऐतिहासिक होगा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट
उन्होंने कहा कि आगामी 10-12 फरवरी तक ‘उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ का आयोजन किया जाना है. इस विशेष आयोजन को देखते हुए देश-दुनिया के निवेशकों को आमंत्रित करने गई ‘टीम यूपी’ को हर जगह उद्योग जगत की ओर से 12 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. यह ग्लोबल इन्वेस्टर समिट ऐतिहासिक होने जा रहा है. वर्ष 2027 तक प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की पूर्ति में यह इन्वेस्टर्स समिट सहायक होगा.
सबकी भागीदारी होनी चाहिए
हाल के दिनों में कुछ जनपदों ने जनपदीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर अपने जनपद में हजारों करोड़ के निवेश प्राप्त किए. ऐसा ही प्रयास सभी जिलों में किया जाना चाहिए. जनप्रतिनिधि गण जनपदीय इन्वेस्टर्स समिट को नेतृत्व दें. हर जनपद में संभावनाएं हैं. सभी सांसद-विधायक गण अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासी जनों से संवाद-संपर्क बनाएं. उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें. अपने क्षेत्र के पोटेंशियल का परिचय दें और निवेश के लिए प्रोत्साहित करें. जनप्रतिनिधियों के सहयोग से यह इन्वेस्टर्स समिट नई ऊंचाइयों को छूने वाला होगा.
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निराश्रित गोवंश का ध्यान रखा जाएगा
प्रदेश में संचालित निराश्रित गो-आश्रय स्थलों में आज 9 लाख से अधिक गोवंश संरक्षित किये गए हैं. गोवंश पालन के इच्छुक किसानों को ₹900 प्रतिमाह दिए जाने की योजना के भी अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. निराश्रित गोवंश के बेहतर संरक्षण के लिए आश्रय स्थलों की क्षमता वृद्धि भी की जा रही है.
किसी किसान का बिजली कनेक्शन नहीं कटेगा
बिजली बिल भुगतान न होने के कारण किसी भी किसान का विद्युत कनेक्शन नहीं काटा जाएगा. सरकार की स्पष्ट मंशा है कि थाना व तहसील दिवसों पर आने वाली शिकायतों का समुचित समाधान हो