शनिवार मोतिहारी में एक बार फिर गैंग वार देखने को मिली. शिवहर जिला का अपराधी और बिजली विभाग के ठेकेदार ओम प्रकाश सिंह उर्फ बाबू साहेब की अज्ञात अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. गोलियों की आवाज से आसपास के लोग सहम गए. अपराधियों ने करीब तीस से अधिक राउंड गोली चलाई है. बताया जा रहा है कि गोली लगने के साथ हैं बाबू साहेब की मौत हो गई, फिर भी इलाज के लिए उसे मधुबन सीएचसी ले गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके बाद बाबू साहेब का शव लेकर उसके परिजन घर चले गए, जहां पकड़ी दयाल एसडीपीओ सुनील कुमार सिंह थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने परिजनों को समझा बुझा कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया है.
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि शिवहर जिला के लक्ष्मीनिया गांव के बिजली विभाग के ठेकेदार और अपराधी ओमप्रकाश सिंह उर्फ बाबू साहेब ड्राइवर सहित चार लोगों के साथ शनिवार की सुबह घर से मुजफ्फरपुर अपने मां से मिल कर यूपी काम के सिलसिला में जा रहा था. इसी बीच फेनहारा थाना क्षेत्र के इजोरबाड़ा गांव में फेनहारा के तरफ से जा रहे सूमो सवार अज्ञात चार अपराधियों ने उसे आगे से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें बाबू साहब को 25 से 26 गोली लगी. गोली लगने के बाद वहां दहशत का माहौल हो गया अपराधी हथियार लहराते हुए शिवहर की तरफ भाग निकले, जिसके बाद आनन-फानन में ठेकेदार को मधुबन सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.


अलग-अलग स्थानों में दर्ज हुए चार मुकदमे
घटनास्थल पर पहुंचे मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि अपराधियों की गोली से मृतक ओम प्रकाश सिंह पर शिवहर सहित कई थानों में अपराधिक मुकदमा दर्ज है. फिलहाल चार केस सामने आया है. अन्य अपराधिक इतिहास निकाला जा रहा है. साथ ही मृतक की कई गैंग से अदावत चल रहा था, इसी अदावत में इस घटना को अंजाम दिया गया है. घटनास्थल से 15 खोखा पुलिस ने बरामद किया है. जबकि गाड़ी पर 25 से 27 गोली लगने का चिन्ह बना हुआ है.
ड्राइवर मुकेश बाल-बाल बचा
ओमप्रकाश सिंह का स्कॉर्पियो चला रहा ड्राइवर मुकेश सिंह हमले में बाल-बाल बच गया है. मुकेश ने बताया कि सुबह ओम प्रकाश, मैं, पंकज सिंह और अश्विनी सिंह सभी यूपी के लिए निकले थे इस दौरान मुजफ्फरपुर में जाकर हॉस्पिटल में उनके मां का ऑपरेशन हुआ था उनको देखने के बाद यूपी जाना था इसी बीच जैसे ही जोड़ बड़ा गांव में घुसे वैसे ही सामने से आकर चार लोग गाड़ी से उतरे और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे मैं गाड़ी के नीचे छुपकर अपना जान बचाया तब तक भाई जी को गोली लग गई थी.
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