सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संवर्धन के माध्यम से भगवान राम के आदर्शों को प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना के लिए राज्य सरकार राम नगरी अयोध्या के 25 ऐतिहासिक स्थलों और चौराहों समेत विभिन्न महत्वपूर्ण स्थलों सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने वाली है. इन आयोजनों के लिए सरकार ने उत्तर प्रदेश और दुनिया भर के कलाकारों सहित प्रतिदिन 500 प्रसिद्ध और उभरती प्रतिभाओं को भी एक मंच प्रदान करने का फैसला लिया है. अधिकारियों के मुताबिक भगवान राम की शिक्षाओं का प्रसार करने के उद्देश्य से होने वाले ये सांस्कृतिक कार्यक्रम रामायण के प्रसंगों पर आधारित होंगे.
कहा बनाए गए है मंच
राम नगरी अयोध्या के 25 ऐतिहासिक स्थलों और चौराहों समेत विभिन्न महत्वपूर्ण स्थलों सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए जो विशिष्ट मंच रामकथा पार्क में कागभुशुण्डि मंच, राम की पैड़ी पर पुरूषोत्तम मंच, सांस्कृतिक परिसर में भरत मंच, भजन संध्या स्थल पर सरयू मंच और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए तुलसी उद्यान में तुलसी मंच.
22 जनवरी को 1111 शंख बजाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रस्ताव
इतना ही नहीं सरकार का संस्कृति और पर्यटन विभाग, ‘ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के अनुसार, 22 जनवरी को भगवान राम की जन्मस्थली में 1111 शंख बजाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रस्ताव है. प्राचीन परंपराओं के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले शंख बजाने से दैवीय आशीर्वाद मिलता है. शंख की ध्वनि से बाधाएं और दोष दूर होते हैं, सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. संस्कृति और पर्यटन विभाग के एक अधिकारी बताया की इसके लिए उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय केंद्र से सहायता ली जाएगी. इसके लिए आर्ट्स (आईजीएनसीए) की भी मदद ली जाएगी. इसके अलावा, सामूहिक सरयू आरती और एक सौ कलात्मक कौशल का प्रदर्शन करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा.”
राज्य को भगवान राम की भावना से आच्छादित करना है-मुकेश मेश्राम
संस्कृति और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव, मुकेश मेश्राम ने कहा, “राज्य सरकार रामायण पाठ, अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय रामलीलाएं, रामायण पर आधारित नाट्य प्रस्तुतियाँ, शास्त्रीय और लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन, रंगोली और दृश्य कला और रामायण-थीम वाली प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं जैसे कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रही है. इन आयोजनों का उद्देश्य पूरे राज्य को भगवान राम की भावना से आच्छादित करना है.”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे रामायण से संबंधित कार्यक्रमों के अलावा कीर्तन और रामचरितमानस का पाठ, सुंदरकांड आदि का आयोजन करें. ये कार्यक्रम 14 जनवरी से 24 मार्च के बीच अयोध्या में बाबा मंदिर, जानकी महल, राम जानकी मंदिर, भरत कुंड, जालपा माता मंदिर, गुप्तार घाट और छोटी छावनी के पास रामानंद आश्रम. दिगंबर अखाड़ा, वाल्मिकी मंदिर नया पुरवा, वेद मंदिर, मौनी समेत विभिन्न स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे.
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