मैनपुरी लोकसभा चुनाव के नामांकन में शिवपाल यादव का डिंपल यादव के साथ नहीं नज़र आना अफवाहों की वजह बन गया था. सोमवार को डिंपल यादव ने पूरे परिवार की मौजूदगी में मैनपुरी से अपना पर्चा भरा. रामगोपाल यादव के पैर छूकर डिंपल आगे बढ़ी तो सवाल उठा कि चाचा शिवपाल यादव साथ क्यों नहीं हैं.
शिवपाल यादव ने की बैठक
लेकिन बुधवार को इन आशंकाओं के बादल छट गए. बुधवार को सैफई में शिवपाल यादव ने एक बैठक कर कार्यकर्ताओं को डिंपल यादव के समर्थन में काम करने को कहा. बैठक के बाद पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि शिवपाल यादव ने उन्हें कहा है कि ‘शिवपाल सिंह का आदेश है कि बहू डिंपल के लिए वोट करो, वो हमारी बहू है उसके लिए लगना है.’
इससे पहले राम गोपाल यादव भी कह चुकें थे की डिंपल को उम्मीदवार शिवपाल यादव की मर्जी से ही बनाया गया है.
कब होने हैं चुनाव
बीजेपी ने शिवपाल के करीबी को दिया टिकट
रघुराज सिंह शाक्य जिन्हें बीजेपी ने मैनपुरी से टिकट दिया है उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत समाजवादी पार्टी से ही की थी. शाक्य को शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है. वह दो बार 1999 और 2004 में समाजवादी पार्टी से सांसद भी रहें हैं. इटावा के रहने वाले शाक्य 2012 में इटावा सदर सीट से एसपी विघायक भी रहे है. बीजेपी में आने से पहले वो शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे है. उन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया था.
कब होगा चुनाव
आपको बता दें कि मैनपुरी और खतौली सीट पर 17 नवंबर और रामपुर सीट पर 18 नवंबर तक नामांकन किया जा सकता है. सभी तीनों सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को वोटों की गिनती होगी. आपको बता दें मैनपुरी सीट समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है.