नई दिल्ली।  भारत और भूटान के बीच ट्रेन चलाने का फैसला लिया गया है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। पहला प्रोजोक्ट कोकराझार-गेलफू रेल लाइन है, जो असम के कोकराझार और चिरांग जिलों को भूटान के सारपांग जिले से जोड़ेगी। यह 69 किलोमीटर लंबी लाइन भूटान से पहली रेल कनेक्टिविटी होगी। इसमें 6 स्टेशन, 2 वायडक्ट, 2 महत्वपूर्ण पुल, 29 बड़े और 65 छोटे पुल, 2 गुड्स शेड, 1 रोड ओवर ब्रिज तथा 39 रेल अंडर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना पर कुल 3,456 करोड़ रुपए की लागत आएगी और इसे पूरा करने में 4 साल लगेंगे।
दूसरा प्रोजेक्ट बनारहाट-सामत्से रेल लाइन है, जो पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले से भूटान के सामत्से तक 20 किलोमीटर लंबी होगी। इस पर 577 करोड़ रुपए की लागत आएगी और तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है। इसमें 2 स्टेशन, 1 बड़ा और 24 छोटे पुल, 1 रोड ओवरब्रिज तथा 37 रोड अंडरब्रिज शामिल हैं।
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