नई दिल्ली : लोकसभा के बाद अब राज्यसभा ने भी महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव देने वाली ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’(women reservation bill)को पारित कर दिया है और इसके साथ ही देश के इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में महिलाओं की 33 प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित कर दी गई है. महिला सशक्तिकरण के लिए दशकों से की जा रीह मांग को आज पक्ष और विपक्ष ने मिलकर पूरा किया है.
#WATCH | Rajya Sabha passes Women's Reservation Bill (Nari Shakti Vandan Adhiniyam); 214 MPs vote in favour and 0 MPs vote against. pic.twitter.com/cEXgMvBUIo
— ANI (@ANI) September 21, 2023
निर्विरोध पास हुआ Women reservation bill
राज्यसभा में गुरुवार को महिला आरक्षण बिल ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को पारित करने के लिए पेश किया गया. सदन में इस बिल पर बहस करने के लिए 7 घंटे का समय रखा गया. सात घंटे की बहस के बाद वोटिंग कराई गई, जिसमें बिल के पक्ष 214 वोट पड़े वहीं विपक्ष में कोई वोट नहीं पड़ा. लोकसभा में ये बिल बुधवार को ही पारित कर दिया गया था.
women reservation bill: संसदीय इतिहास का सुनहरा दिन
आपको बता दें कि महिला आरक्षण बिल जिसे मोदी सरकार ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ का नाम दिया है उसे सर्वसम्मति से पारित किया गया है. ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के बिल बनने के साथ ही 21 सितंबर 2023 का दिन भारत के संसदीय इतिहास में एक सुनहरे दिन के तौर पर दर्ज हो गया है. देश की आधी आबादी को चुनावी राजनीति में 33 प्रतिशत भागीदारी करने का अवसर देना अब राजनीतिक पार्टियों के लिए जरुरी होगा. इस बिल के पारित हो जाने के बाद कोई भी राजनीतिक दल अब महिलाओं को चुनावी राजनीति से दरकिनार नहीं कर सकता है.
women reservation bill : वोटिंग से पहले पीएम मोदी की खास अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने बिल पर समर्थन के लिए सभी दलों के सांसदों को धन्यवाद दिया. पीएम मोदी ने महिला आरक्षण बिल ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पर वोटिंग से पहले कहा इस बिल पर दोनों सदनों में 132 सासंदों ने सार्थक बातचीत की. भविष्य में इस समय की गई चर्चा का एक एक शब्द काम आयेगा.इस बिल से नारी शक्ति को खास सम्मान मिला है.
हमारे देश की लोकतांत्रिक यात्रा का एक ऐतिहासिक क्षण! 140 करोड़ भारतवासियों को बहुत-बहुत बधाई!
नारी शक्ति वंदन अधिनियम से जुड़े बिल को वोट देने के लिए राज्यसभा के सभी सांसदों का हृदय से आभार। सर्वसम्मति से इसका पास होना बहुत उत्साहित करने वाला है।
इस बिल के पारित होने से जहां…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 21, 2023
women reservation bill पर बहस के दौरान सभापति धनखड़ और खरगे के बीच नोक झोंक
राज्य सभा में 7 घंटे इस बिल तक भी पार्टियों के नेताओं ने अपन बात रखी. इसी बीच जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे बोलने के लिए उठे तो उन्होंने कहा कि वो एक कविता के जरिये अपनी बात रखना चाहते है.इस पर धनखड़ ने कहा कि आप रहने दीजिये, आपकी कविता बहुत गंभीर होती है. इस पर खरगे ने चुटीले अंदाज में सभापति को जवाब दिया कि ये कविता आपके लिए नहीं महिलाओं के लिए है. फिर उन्होंने – कोमल है तू कमजोर नहीं, शक्ति का नाम ही नारी है, जग को जीवन देने वाली मौत भी तुझसे हारी है…
कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिल के प्रवाधान पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिल में जनगणना और परिसीमन की शर्त जोड़ना जरुरी नहीं था. सरकार चाहती तो इसे तत्काल लागू कर सकती थी.
महिला आरक्षण से पहले दो अनिवार्य शर्ते रख दी गई हैं,
census और उसके बाद delimitation …सवाल यह है कि महिला आरक्षण को census और delimitation से जोड़ने की क्या ज़रूरत थी?
जब हम पंचायतों में और नगर निकायों में आरक्षण दे सकतें हैं, तो इसके लिए census की क्या ज़रुरत?
हमारी मांग… pic.twitter.com/MbYNPnrFs6
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 21, 2023
बिल पर वोटिंग के साथ ही संसद का विशेष सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थागित कर दिया गया है. पांच दिनों का विशेष सत्र महिला आरक्षण बिल के पास होने के साथ ही समाप्त हो गया है.
#RajyaSabha की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित। pic.twitter.com/AM85dL59DM
— SansadTV (@sansad_tv) September 21, 2023