Thursday, December 19, 2024

Bangladesh interim govt: नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने संभाली कमान, महिलाएं, छात्र नेता और अल्पसंख्यकों को मिली मंत्रिमंडल में जगह

Bangladesh interim govt: इस साल जुलाई में सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली के खिलाफ शुरु हुआ विरोध प्रदर्शन 300 से अधिक लोग मारे गए गुरुवार को नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद खत्म हुआ.

राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने ढाका स्थित राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई. इस समारोह में राजनयिक, नागरिक समाज के सदस्य, शीर्ष व्यापारिक नेता और पूर्व विपक्षी पार्टी के सदस्य मौजूद थे. खास बात यह है कि शेख हसीना की पार्टी का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था.

Bangladesh interim govt के प्रमुख बने मोहम्मद यूनुस

मोहम्मद यूनुस, जो अब मुख्य सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं – उनकी शक्तियां प्रधानमंत्री के पद बराबर होंगी. मोहम्मद यूनुसके साथ ही 16 सदस्यों की अंतरिम कैबिनेट ने भी शपथ ली, जिसका नेतृत्व अब यूनुस करेंगे. इस कैबिनेट में ज्यादातर नागरिक समाज के लोग है. इसमें दो छात्र नेता भी शामिल हैं. इस सप्ताह की शुरुआत में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाए जाने और देश छोड़ के चले जाने के बाद छात्र नेताओं, नागरिक समाज और सेना के बीच चर्चा के बाद कैबिनेट का चयन किया गया था.

चलिए आपको बताते है कि बांग्लादेश की कमान अब जिन हाथों में है वो लोग कौन हैं.

• सईदा रिजवाना हसन – सुप्रीम कोर्ट की वकील और बांग्लादेश पर्यावरण वकील संघ (BELA) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी.

• फरीदा अख्तर – महिला अधिकार कार्यकर्ता.

• आदिलुर रहमान खान – बांग्लादेश में सुप्रीम कोर्ट के वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता.

• एएफएम खालिद हुसैन – दक्षिणपंथी पार्टी हिफाजत-ए-इस्लाम के उप प्रमुख.

• नूरजहां बेगम – ग्रामीण दूरसंचार ट्रस्टी और मुहम्मद यूनुस के शुरुआती सहयोगियों में से एक.

• शर्मीन मुर्शिद – चुनाव विशेषज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी (बांग्लादेश मुक्ति संग्राम).

• फारुक-ए-आजम – 1971 के मुक्ति संग्राम के लिए बांग्लादेश में चौथे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार, बीर प्रतीक सम्मान के प्राप्तकर्ता.

• नाहिद इस्लाम – ढाका विश्वविद्यालय के छात्र और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के प्रमुख आयोजक.

• आसिफ महमूद – ढाका विश्वविद्यालय के छात्र और भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के प्रमुख आयोजक.

• सालेहुद्दीन अहमद – बांग्लादेश बैंक के पूर्व गवर्नर.

• प्रोफेसर आसिफ नजरूल – ढाका विश्वविद्यालय कानून के प्रोफेसर.

• एएफ हसन आरिफ – बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के पूर्व अटॉर्नी जनरल और वरिष्ठ अधिवक्ता.

• एम सखावत हुसैन – पूर्व चुनाव आयुक्त और बांग्लादेश सेना के सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जनरल.

सुप्रदीप चकमा – चटगांव हिल ट्रैक्ट्स डेवलपमेंट बोर्ड (सीएचटीडीबी) के अध्यक्ष.

• प्रोफेसर बिधान रंजन रॉय – बांग्लादेश के राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान और अस्पताल के मनोचिकित्सा विभाग के पूर्व निदेशक.

• तौहीद हुसैन – बांग्लादेश के पूर्व विदेश सचिव.

रॉय, चकमा और फारुक-ए-आज़म शपथ नहीं ले सके क्योंकि वे ढाका से बाहर थे.

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