नई दिल्ली : G20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद अब नये संसद भवन (New Parliament) में प्रवेश को लेकर सरगर्मियां बढ़ गई हैं. खबर है कि सरकार 18 से 22 सितंबर तक चलने वाले पांच दिन के विशेष सत्र में नये संसद भवन (New Parliament) में प्रवेश करेगी. संसद में प्रवेश के लिए 19 सितंबर का दिन चुना गया है. गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर सरकार संसद (New Parliament) को नये भवन में शिफ्ट करेगी और अब संसद का कामकाज संसद के नये भवन से चलेगा. इस महीने की 18 तारीख से संसद सत्र से पहले 17 तारीख की शाम 4.30 बजे सर्वदलीय फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई गई है.
नये संसद में प्रवेश करने के साथ ही सरकार ने कर्मचारियों की वेशभूषा को बदलने का फैसला किया है. नये संसद भवन में मार्शल से लेकर कर्मचारी तक नये यूनिफॉर्म में नजर आयेंगे.
संसद भवन के कर्मचारियों के लिए नये तरह का यूनिफ़ॉर्म तैयार किया है. संसद के पुरुष कर्मचारी कुर्ता पायजामा और महिलाएं साड़ी जैसे भारतीय परिधान में नजर आयेंगी.
देखिये कैसा होगा New Parliament में न्यू यूनिफॉर्म
ससंद के कर्मचारियों के लिए जो नई यूनिफार्म तैयार की गई है,उसका बेस कलर क्रीम है. सभी सुरक्षा अधिकारी सफारी सूट की जगह पर फूल की कढाई वाले क्रीम कलर का कुर्ता और पायजामा और मणिपुरी टोपी पहनेंगे. सभी कर्मचारी कमल की आकृति वाली स्पोर्टर्स बटन डाउन शर्ट, क्रीम कलर की नक्काशीदार जैकेट और हल्के सफेद रंग की पैंट पहनेंगे.
वहीं सभी महिला कर्मचारी नए कलर कॉंबिनेशन की साड़ी पहनेंगी. महिलाओं की साड़ियों का रंग गुलाबी रखा गया है . महिलाएं गुलाबी रंग की साड़ी के साथ नेहरु जैकेट में नजर आयेंगी.
संसद के विशेष सत्र में अधिकारी , सुरक्षाकर्मी , चेंबर एसिस्टेंट से लेकर ड्राइवर और मार्शल्स तक के यूनिफार्म बदल जायेंगे . बता दें कि संसद के कर्मचारियों के कपड़ों की डिजायनिंग National Institute of Fashion Technology ने तैयार किया है.
सुरक्षाकर्मी इस तरह से यूनिफॉर्म में नजर आयेंगे
नये संसद में सुरक्षाकर्मियों से लेकर कर्मचारियों तक के यूनिफॉर्म बदले जाने की खबर से सोशल मीडिया पर जोरदार चर्चा चल रही है. यूनिफॉर्म पर कमल के फूल की छपाई विपक्ष के लिए एक मुद्दा बन गया है. विपक्ष ने कमल के फूल के डिजाइन को लेकर विरोध शुरू कर दिया है. विपक्ष की माने तो इस बहाने बीजेपी अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह को प्रचारित कर रही है जो उचित नहींं है. माना कि कमल देश का राष्ट्रीय फूल है लेकिन शेर और मोर भी तो इसी देश के राष्ट्रीय पशु और पक्षी है. इनका इस्तेमाल भी तो हो सकता था लेकिन विपक्ष की ये दलील कोई मानने को तैयार नहीं है.
ये सब कोई मुद्दा नहीं हैं. देश में कुछ लोगो के पास बहुत समय हैं, समस्या ये हैं कि उनके पास काम कब होगा.
— Ashish jha (@AshishDarbhanga) September 12, 2023