LokSabha : बुधवार को सदन में स्पीकर ओम बिरला एक बार फिर सांसदों के आचरण को लेकर बोलते नज़र आए. सदन में ओम बिरला ने इस बार नेता विपक्ष को खासकर सदन की मर्यादा बनाए रखने की नसीहत दी. हलांकि ये साफ नहीं किया की वह किस बात को लेकर ये कह रहे है. जब स्पीकर के द्वारा अपना नाम लेने पर नेता विपक्ष राहुल गांधी खड़े हुए और बोलने की कोशिश की तब स्पीकर सदन स्थगित कर चले गए. बाद में खुद राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा कि वो नहीं जानते की लोकसभा अध्यक्ष किस बारे में बात कर रहे है. लेकिन अब बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय का एक ट्वीट सामने आया है जिससे मामला क्या है इस बात का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
LokSabha अध्यक्ष ने नेता विपक्ष को क्या नसीहत दी
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में कहा कि सदस्यों से अपेक्षा की जाती है कि वे सदन के उच्च मानकों और गरिमा को बनाए रखने के लिए अपना आचरण करें. अध्यक्ष ने कहा, “मेरे संज्ञान में कई ऐसे मामले आए हैं, जहां सदस्यों का आचरण उच्च मानकों के अनुरूप नहीं है.”
अध्यक्ष ने कहा, “इस सदन में पिता और पुत्री, माता और पुत्री, पति और पत्नी सदस्य रहे हैं. इस संदर्भ में, मैं विपक्ष के नेता से अपेक्षा करता हूं कि वे नियम 349 के अनुसार आचरण करें, जो सदन में सदस्यों द्वारा पालन किए जाने वाले नियमों से संबंधित है.”
अध्यक्ष ने कहा, “खासकर विपक्ष के नेता से यह अपेक्षा की जाती है कि वह नियमों के अनुसार आचरण करें.”
राहुल गांधी ने कहा उन्हें नहीं पता अध्यक्ष ने क्या कहा
खुद राहुल गांधी ने कहा कि ओम बिरला ने उन्हें क्यों नसीहत दी उन्हें नहीं पता. राहुल गांधी ने सदन से बाहर निकलकर आरोप लगाया की “मुझे नहीं पता कि क्या हो रहा है… मैंने उनसे (अध्यक्ष से) अनुरोध किया कि मुझे बोलने दें, लेकिन वह भाग गए और मुझे बोलने नहीं दिया. सदन चलाने का यह कोई तरीका नहीं है.”
राहुल गांधी ने कहा कि अध्यक्ष ओम बिरला ने मेरे बारे में कुछ कहा जब में उठा अपनी बात करने तो वो सदन को स्थगित कर चले गए. पहले तो ये किसी को भी समझ नहीं आया कि आखिर अध्यक्ष क्यों नाराज़ हुए और यह टिप्पणी क्यों की.
बीजेपी आईटी सेल ने बताया सदन को स्थगित करने की वजह
बीजेपी के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय का एक पोस्ट एक्स पर आया इसमें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एक क्लीप के साथ अध्यक्ष ओम बिरला की टिप्पणी को जोड़ कर लगाया गया है. साथ में अंग्रेजी में लिखा है, “यह शर्मनाक है कि लोकसभा अध्यक्ष को विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बुनियादी संसदीय शिष्टाचार की याद दिलानी पड़ रही है. यह तथ्य कि कांग्रेस ने इस नासमझ आदमी को हम पर थोपा है, वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है.”
It is disgraceful that the Lok Sabha Speaker has to remind Rahul Gandhi, the Leader of Opposition, about basic parliamentary decorum. The fact that Congress has imposed this puerile man upon us is truly unfortunate. pic.twitter.com/B8BKoFgYWt
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 26, 2025
क्या सदन की कार्यवाही स्थगित करना सही था
अब सवाल ये है कि क्या नेता विपक्ष का सदन में अपनी सगी बहन के गाल को छूना सदन के स्थगन का कारण बन गया. क्या अध्यक्ष को ये बात इतनी बुरी लगी की इसे संसीदय मर्यादा से जोड़कर संसद की कार्रवाई को रोक दिया गया.
पिछले कुछ समय में विपक्ष लगातार ये आरोप लगाता रहा है कि सरकार और स्पीकर मिलकर संसद को चलने नहीं दे रहे है. सत्ता पक्ष के लोग ही सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहे है. बिना वजह के मुद्दों को उठा कर सदन का वक्त खराब कर रहे हैं.
अगर आज के वाकये को देखा जाए और अमित मालवीय के पोस्ट को सच मान लिया जाये तो क्या ये इतना बड़ा मामला है कि इसके लिए देश की पंचायत को अपना काम कामज रोकना पड़े और देश की संसद का वक्त खराब किया जाता. ऐसे मामलों में तो सदन के अभिभावक होने के नाते लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला नेता विपक्ष राहुल गांधी को अपने कक्ष में बुलाकर भी ये बता सकते थे.
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