उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Yogi Adityanath ने सोमवार को धार्मिक स्थल को लेकर निर्देश दिया.गोरखपुर, वाराणसी और मथुरा-वृंदावन जैसे धार्मिक शहरों के प्राचीन और ऐतिहासिक धरोहर को बनाए रखने के लिए धार्मिक स्थलों के पास मंदिरों की ऊंचाई से अधिक किसी भी प्रकार के निर्माण की अनुमति न दी जाए.सीएम ने गोरखपुर, वाराणसी और मथुरा-वृंदावन के नियोजित विकास के लिए संबंधित विकास प्राधिकरणों द्वारा तैयार किए गए GIS आधारित मास्टर प्लान-2031 की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए.
Yogi Adityanath ने धार्मिक स्थलों के आस पास बड़ी इमारतों के निर्माण पर लगाई रोक
सीएम कार्यालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि अपने मंदिरों और महत्वपूर्ण संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध गोरखपुर, वाराणसी और मथुरा-वृंदावन जैसे धार्मिक शहरों के प्राचीन और ऐतिहासिक सार को बनाए रखने के लिए, इन पवित्र इमारतों की ऊंचाई से अधिक ऊंचाई वाली बिल्डिंगों को उनके आसपास अनुमति नहीं देनी है.यह विनियमन को मास्टर प्लान में शामिल किया जाना चाहिए.सीएम ने कहा इसके लिए हमें ठोस प्रयास करने की जरूरत है.
ग्रीन बेल्ट में नई कॉलोनी नहीं बसाने के आदेश
सीएम ने कहा मथुरा-वृंदावन, गोरखपुर और वाराणसी के मास्टर प्लान के भीतर है.राज्य के हर प्रमुख शहर में अपार संभावनाएं हैं. GIS-2023 में, हर जिले में पर्याप्त निवेश आया है. मेडिसिटी, स्पोर्ट्स सिटी, एजुकेशन सिटी, कन्वेंशन सेंटर इत्यादि जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं के लिए निर्दिष्ट क्षेत्रों की पहचान करना जरूरी है.सीएम ने आगे निर्देश दिया कि हर शहर के मास्टर प्लान में कुल क्षेत्रफल का 15-16 फीसदी हिस्सा आरक्षित हरित क्षेत्र के रूप में आवंटित करना जरूरी है.जहां भी ग्रीन बेल्ट है, वहां किसी भी हालत में नई कॉलोनी नहीं बसाई जानी चाहिए.सीएम योगी ने यह भी कहा कि गोरखपुर शहर को विकास के बदलते आयामों के साथ एक गतिशील, समावेशी और पूरे क्षेत्र के लिए प्रवेश द्वार शहर के रूप में स्थापित करना होगा.