तिंदवारी (बांदा): उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले से एक बड़ी खबर सामने आई है . इलाके में बंदरों का खौफ बढ़ता जा रहा है . पहले सामान चोरी तक तो बात अलग थी लेकिन अब जो मामला सामने आया है उसने प्रशासन से लेकर आम जनता तक की नींद उड़ा दी है . मिली खबर के मुताबिक बांदा के तिंदवारी में पालने में सो रहे दो महीने के मासूम बच्चे को बंदर ने उठाकर छत से नीचे फेंक दिया. घटना में बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं दूसरी तरफ बिना कानूनी कार्रवाई के परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम के बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया.
क्या है पूरा मामला
ये पूरी घटना बांदा ज़िले के तिंदवारी में छापर गांव की है. ये हादसा गांव के रहने वाले पेशे से मजदूरी करने वाले विश्वेश्वर वर्मा के बेटे अभिषेक के साथ हुआ . अभिषेक की उम्र महज़ दो महीने थी . घटना मंगलवार 3 जनवरी 2023 की शाम की है जब बच्चा बरामदे के नीचे पालने में सो रहा था. इस दौरान बच्चे की मां माया घर के अन्य कामों में व्यस्त थी. तभी 3-4 बंदर वहां आ गए. बंदरों की टोली में से एक बंदर ने बच्चे को उठाकर छत्त के ऊपर चढ़ गया.
इस दौरान बच्चे के परिजनों और गांव वालों की नजर पड़ी तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया. इस बीच भागते हुए बंदर ने अचानक बच्चे को नीचे फेंक दिया. जमीन पर गिरते ही बच्चे की मौत हो गई. जिसके तुरंत बाद बच्चे को उपचार के लिए गांव के डॉक्टर के पास लेजाया गया . जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया . जिसके बाद बच्चे की मौत से सदमे में पहुंचे घरवालों ने मृत बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया.
बंदरों के हमले में महिला की भी हो चुकी है मौत
वैसे ये कोई एकलौती घटना नहीं है इससे पहले ब्लॉक के छापर गांव में ही दो महीने पहले एक 65 साल तेजनिया नाम की महिला बंदरों को खदेड़ने गई थी. इस दौरान बंदरों ने उस पर हमला कर दिया था. इस दौरान बंदरों से बचने के लिए भागते समय वह छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इसके बाद परिजन ने उसे अस्पताल लाने की कोशिश की लेकिन महिला ने रस्ते में ही दम तोड़ दिया था. इसके अलावा करीब 6 महीने पहले पिपरगवां गांव में भी बंदरों ने आधा दर्जन ग्रामीणों को घायल कर दिया था.
इस तरह बंदरों का बढ़ता आतंक परेशानी और खौफ का प्रयाय बनता जा रहा है . प्रशासन कब इस मामलें में गंभीरता से कोई एक्शन लेगा. यही सवाल इस वक्त आम जनता पूछ रही है.