Tuesday, July 8, 2025

प्रयागराज में 3.50 करोड़ की लागत से ‘शहीद वॉल’ बनकर तैयार,29 गुमनाम शहीदों को समर्पित है स्मारक

- Advertisement -

प्रयागराज,22 अक्टूबर।  उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक तरफ महाकुंभ जैसी सनातन धर्म की धार्मिक और आध्यात्मिक परंपराओं के संरक्षण का कार्य कर रही तो वहीं देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों की बलिदान की गाथा को भी जन-जन तक पहुंचाने में जुटी है। शहीद चंद्र शेखर आजाद की शहादत स्थली प्रयागराज में गुमनाम शहीदों की स्मृति में ‘शहीद वॉल’ Shaheed Wall का निर्माण इसी का हिस्सा है। ये ऐतिहासिक स्मारक महाकुंभ के दौरान पर्यटकों को प्रयागराज के बलिदानी सपूतों की स्मृति से परिचित कराएगा।

₹3.5 करोड़ के बजट Shaheed Wall बनकर तैयार

कुंभ नगरी प्रयागराज में आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक इस बार महाकुंभ में आध्यात्मिक अनुभूति के साथ शहीदों के बलिदान की गाथा से भी रूबरू हो सकेंगे। इसी क्रम में प्रदेश की योगी सरकार ने प्रयागराज में देश की आजादी में अपना बलिदान करने वाले गुमनाम बलिदानियों को चिन्हित कर उनके बलिदान की गाथा लोगों के बीच पहुंचाने के लिए शहीद वॉल का निर्माण कराया है। प्रयागराज स्मार्ट सिटी की तरफ से इसका निर्माण किया गया है। निर्माण पूरा होने के बाद इसमें अब फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। शहर के सिविल लाइंस स्थित महात्मा गांधी मार्ग पर ₹3.5 करोड़ की लागत से इसका निर्माण किया गया है। महाकुंभ के पहले इसका लोकार्पण किए जाने की संभावना है।

स्वतंत्रता के गुमनाम शहीदों को समर्पित है शहीद वॉल

कुंभ नगरी प्रयागराज का स्वतंत्रता आंदोलन में अहम योगदान रहा है। शहर में कई अमर शहीदों की शहादत निशानियां अभी भी मौजूद हैं। अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की शहादत स्थली आजाद पार्क और ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान की गवाह मलाका जेल इनमे प्रमुख हैं। इन अमर शहीदों के अलावा जिले में ऐसे कई गुमनाम शहीद भी हैं जिनके बलिदान से नई पीढ़ी अभी भी परिचित नहीं है। इन्हीं गुमनाम शहीदों की बलिदान की गाथा को प्रकाश में लाने के लिए योगी सरकार की तरफ से शहीद वॉल का निर्माण कराया गया है। शहर के सिविल लाइंस में 108 लंबी यह भव्य शहीद वॉल में प्रयागराज के गुमनाम 29 शहीदों को समर्पित है।

Shaheed Wall में शहीदों का परिचय भी दिया गया है

वॉल में शहीदों के 29 छोटे म्यूरल्स से फोटो बनाए गए हैं। साथ ही उनका परिचय भी रेड सैंड स्टोन में लिखा हुआ है। इसके अलावा, आठ बड़े म्यूरल्स भी यहां पर लगाए गए हैं। इनके नीचे शहीदों की शहादत की कहानियां भी स्टोन में उकेरी गई हैं। शहीद वॉल में दो वॉटर कूलर और वॉटर फाउंटेन भी बनाए गए हैं। इसमें पांच परगोला भी बनाए गए हैं। एलईडी फ्लड लाइट्स भी इसमें प्रकाश व्यवस्था के लिए लगाई गई है। वॉल के चारों तरफ ग्रीनरी और हॉर्टिकल्चर का काम भी किया गया है। वॉल के किनारे साइनेज भी लगाए गए हैं। इसमें बैठने के लिए स्पेस भी है जो खास फ्लोर स्टोन से बनाया गया है।

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news