अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढांचा गिराए जाने की मंगलवार को 30वी बरसी है. इसी के चलते पूरे उत्तर प्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए है. सबसे ज्यादा अलर्ट पर मथुरा और अयोध्या है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रदेश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं.अयोध्या और फैजाबाद जुड़वां शहरों में सभी छोटी और बड़ी घटनाओं पर मजिस्ट्रेटों को चौबीसों घंटे निगरानी रखने को कहा गया है.
‘काला दिवस’ नहीं मनाएगा मुस्लिम समुदाय
अयोध्या में मुस्लिम समुदाय ने इस साल बाबरी मस्जिद की शाहदत पर काला दिवस नहीं मनाने का फैसला किया है. मुस्लिम नेताओं का कहना है कि “अब अयोध्या के फैसले के बाद, जिसने राम मंदिर के लिए बाबरी मस्जिद की जमीन दी है, हम अपने हिंदू भाइयों और बहनों के साथ सद्भाव और भाईचारे का माहौल बनाना चाहते हैं, इसलिए हमने फैसला किया इस बार ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं करने के लिए, लेकिन, अयोध्या और फैजाबाद की सभी मस्जिदों में पवित्र कुरान का पाठ होगा और हम ईश्वर से शांति और भाईचारे की प्रार्थना करेंगे।”
मथुरा में कृष्णजन्मभूमि के पास 3 लेयर सुरक्षा की गई है
मथुरा में कृष्ण जन्मस्थान और शाही ईदगाह मस्जिद को लेकर 300 साल पुराने विवाद के चलते मथुरा शहर को छावनी में तबदील कर दिया गया है.