फिल्म “पठान” को लेकर साधु संतों का गुस्सा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. सोमवार को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में महंत परमहंस दास ने अभिनेता शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की प्रतीकात्मक ‘तेहरवीं’ रस्म अदा की.
‘तेहरवीं’ ‘जिहाद’ के अंत को चिह्न्ति करेगी- परमहंस दास
अयोध्या में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की फिल्म “पठान” के प्रति नाराज़गी जताते हुए कहा, ये ‘तेहरवीं’ ‘जिहाद’ के अंत को चिह्न्ति करेगी, जिसे अभिनेता अपनी फिल्मों के माध्यम से प्रसारित कर रहे थे. आपको बता दें पिछले हफ्ते ही अयोध्या के एक संत ने शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के पोस्टर जलाए थे और चेतावनी दी थी कि अगर वह उनसे मिले तो अभिनेता को जिंदा जला देंगे.
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कैसे की गई शाहरुख की तेहरवीं?
सोमवार को, महंत परमहंस दास अपने समर्थकों के साथ तपस्वी छावनी में एक मिट्टी के बर्तन और अपने समर्थकों के साथ तेरहवीं की रस्म अदा की. महंत ने एक मिट्टी के बर्तन के साथ बैठे और कुछ मंत्र पढ़कर उसे जमीन पर पटक दिया. नाराज़ महंत ने इस मौके पर लोगों से उन थिएटरों में आग लगाने की अपील की जिसमें ‘पठान’ दिखाई जाएगी. उन्होंने कहा कि, बॉलीवुड और हॉलीवुड लगातार सनातन धर्म का मजाक उड़ाने और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के तरीके खोजने की कोशिश करते हैं.
क्या है विवाद?
दरअसल फिल्म “पठान” एक गाने “बेशर्म रंग” में दीपिका पादुकोण ने जो बिकिनी पहनी है उसका रंग गेरुआ है. बिकिनी के इस रंग को लेकर ही विवाद है. संतों और कुछ लोगों का कहना है कि इससे उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हैं. उनका आरोप है कि शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) लगातार सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं. संत ने पूछा कि भगवा बिकनी पहनकर गाने में इस तरह के स्टेप करने की क्या जरूरत थी?