Rajouri Encounter:
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारी शहीद हो गए जबकि एक जवान घायल हो गया. शहीद अफसरों में आगरा का लाल शुभम गुप्ता भी शामिल है. वह आगरा के डीजीसी क्राइम बसंत कुमार गुप्ता के बेटे हैं.
Rajouri Encounter में सर्च ऑपरेशन के दौरान हुआ हादसा
सेना के अधिकारियों ने बताया की बुधवार को जम्मू कश्मीर के धर्मशाल के बाजीमाल इलाके में दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. जिस पर सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया. सर्च ऑपरेशन के दौरान ही जंगल में छिपे आतंकियों ने पुलिस और सेना की टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. आंतकी हमले में सेना के दो अफसर और सैनिक शहीद हो गए. जिसमें एक कैप्टन शुभम गुप्ता शामिल थे. अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने मौके पर दो आतंकियों को घेर लिया और भीषण मुठभेड़ जारी है.
कैप्टन शुभम के घर मचा कोहराम
बेटे की शहादत की पिता बसंत कुमार गुप्ता को सूचना दी गई तो घर में कोहराम मच गया. सेना के अधिकारी भी शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के ताजनगरी स्थित घर पर पहुंचे. इसके बाद से ही डीसीजी क्राइम बसंत गुप्ता के घर पर पड़ोसी, परिचित और रिश्तेदारों का तांता लग गया है. बसंत गुप्ता डीसीजी क्राइम है. उनके बेटा कैप्टन शुभम गुप्ता का चयन 2015 में आर्मी में हुआ था. कैप्टन शुभम गुप्ता को 2018 में कमीशन मिला. उनकी पोस्टिंग कैप्टन पद पर नाइन पैरा में हुई थी.
आतंकियों ने एक पूजा स्थल पर ली थी शरण
मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए एक स्थानीय निवासी ने बताया की अभियान के कारण हमें घर पर ही रहने और बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया था. हमारे बच्चे घर पर ही रहे और स्कूल नहीं गए. उन्होंने बताया कि गांव के नजदीक वन क्षेत्र में मुठभेड़ जारी है. इस कारण स्थानीय लोग अपने घरों में ही और बाहर नहीं निकल रहे. दोनों आतंकवादी विदेशी नागरिक जैसे लग रहे थे. उन्होंने बताया कि आतंकियों ने एक पूजा स्थल पर भी शरण ली थी. आए दिन जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला करने की कोशिश करते हैं, लेकिन सुरक्षाकर्मी इन्हें सफल नहीं होने देते.
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