Mallikarjun kharge : राज्यसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण के दौरान जम कर हंगामा हुआ. नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए आरएसएस को लेकर एक टिप्पणी की जिसे सभापति ने कार्रवाई से हटा दिया है. खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी भाषणों की आलोचना करते हुए भाजपा और उनके वैचारिक संगठन आरएसएस पर कई आरोप लगाये, जिसपर जम कर हंगामा हुआ और बाद में सभापति जगदीप धनखड़ ने खरगे की अधिकांश टिप्पणियों को सदन की कार्रवाई से हटा दिया.सभापति धनखड़ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का बचाव करते हुए कहा कि ये एक राष्ट्र के लिए काम करने वाला संगठन है.
When Chairman deletes a portion during debate, reporting that portion is considered contempt & breach of Privilege of House. While LOP was addressing House, I deleted certain portion. Unfortunately, from official handle of his party, deleted portion has been propagated-@VPIndia pic.twitter.com/7hX4BdQJiq
— SansadTV (@sansad_tv) July 1, 2024
Mallikarjun kharge ने पीएम की रैलियों में अल्पसंख्यक और पाकिस्तान का जिक्र किया
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान विपक्षी नेता खड़गे ने पीएम मोदी के चुनावी रैलियों में की गई टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए आंकड़ा बताया कि पीएम ने अपने भाषणों में कितनी बार अल्पसंख्यकों और पाकिस्तान का उल्लेख किया था.
इस पर राज्यसभा के सभापति ने खरगे को अपने आरोप को साबित करने के लिए साक्ष्य देने के लिए कहा. इसपर खरगे ने अखबारों की कतरनें दिखाई . लेकिन सभापति ने इन साक्ष्यों को मानने से इंकार कर दिया. इस दौरान खरगे का समर्थन करने के लिए हुए पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम आगे आये और उन्होने करगे से साक्ष्य का समर्थन करते हुए कहा कि विपक्षी सांसद समाचार रिपोर्टों का हवाला दिए बिना पीएम द्वारा कही गई बातों को कैसे प्रमाणित कर सकते हैं ?
सभापति धनकड़ ने किसी भी तर्क को स्वीकार नहीं किया और कांग्रेसी नेता खड़गे द्वारा की गई टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा दिया. खड़गे ने कहा कि उनका उद्देश्य केवल प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए भाषणों की विभाजनकारी प्रकृति को सभी के सामने लाना था. खरगे ने कहा कि पीएम मोदी से पहले कभी किसी दूसरे प्रधानमंत्री ने ऐसी टिप्पणियां नहीं की थी.
सदन के नेता जे.पी. नड्डा ने भी टिप्पणी पर आपत्ति जताई
नेता विपक्ष खरगे ने राज्यसभा में अपने लगभग 90 मिनट के भाषण में आरएसएस और उससे जुड़ी हस्तियों का उल्लेख किया.इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष देपी नडडा समेत सत्ता पक्ष ने खूब विरोध किया. सभापति धनकड़ ने भी रोकने की कोशिश की लेकिन खड़गे बोलते रहे.
आरएसएस राष्ट्रवादी संगठन
देश की शिक्षा व्यवस्था के बारे में बात करते हुए श्री खड़गे ने आरएसएस के बारे में कई आरोप लगाए. सभापति धनखड़ ने बताया कि खरगे की ये टिप्पणियां हटा दी (expunges) गई हैं क्योंकि राष्ट्रवादी गतिविधियों में लगे संगठन आरएसएस पर आरोप लगाना उचित नहीं है. ,सभापति धनखड़ ने कहा, “क्या किसी संगठन का सदस्य होना अपराध है? आप कह रहे हैं कि कोई व्यक्ति आरएसएस का सदस्य है, क्या यह अपने आप में अपराध है? आरएसएस राष्ट्र के लिए काम करने वाला संगठन है. उनके पास बहुत से बुद्धिमान लोग हैं.”
मणिपुर पर किया था मोहन भागवत के बयान का हवाला
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में मणिपुर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी का हवाला दिया, लेकिन उसे भी कार्रवाई से हटा दिया गया. सभापति धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस नेता खुद का विरोधाभास कर रहे हैं.
इस बीच सदन के नेता और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी खड़गे की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को आरएसएस के बारे में कोई जानकारी नहीं है और खड़गे जो कुछ भी संगठन के बारे में कह रहे हैं, वह खेदजनक है. इस पर सभापति धनखड़ ने कहा, “आप एक ऐसे संगठन की आलोचना कर रहे हैं जो राष्ट्र के लिए अथक काम कर रहा है.” कांग्रेस नेता ने संसद परिसर से महात्मा गांधी और छत्रपति शिवाजी जैसी प्रमुख हस्तियों की प्रतिमाओं को स्थानांतरित करने का मुद्दा भी उठाया.