बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार यानी 6 नवंबर से शुरु हो गया है. 5 दिन का ये सत्र शुरु होते ही हंगामे की भेट चढ़ गया. विधानसभा में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के लिए लाए गए शोक प्रस्ताव में सीपीआई (एमएल) ने गाजा में इजरायली सेना द्वारा मारे जा रहे नागरिकों को भी श्रद्धांजलि देने की मांग की. जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने नामंजूर कर दिया. इसके बाद माले सदस्यों ने विधानसभा में हंगामा किया. इसके बाद सदन को 7 नवंबर यानी मंगलवार तक स्थगित कर दिया गया.
पहले नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी
बिहार विधान सभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन सबसे पहले नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाया जाएगी उसके साथ ही साथ सदन में शोक सभा भी रखी गई है. इसी शोक सभा में माले के नेता ने हंगामा किया जिसके बाद अध्यक्ष ने दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी है.
अध्यक्ष ने किया नीतीश कुमार का स्वागत
इससे पहले विधानसभा की बैठक में शामिल होने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री का स्वागत विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने किया.
शीतकालीन सत्र का क्या है एजेंडा
तो 6 से 10 नंवबर यानी पांच दिन का छोटे सा शीतकालीन सत्र काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. ऐसी चर्चा थी कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए महागठबंधन सरकार इस शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही अनुपूरक बजट पेश करेगी. और इस बजट पर नौ नवंबर को चर्चा होगी. इसी के साथ ये भी बताया जा रहा था कि सत्र में दो दिनों तक केवल जातीय जनगणना पर चर्चा होगी. सरकार की तरफ से इस संबंध में रिपोर्ट भी पेश की जाएगी. इसके अलावा कानून-व्यवस्था और शिक्षक भर्ती को लेकर भी सदन में हंगामा देखने को मिल सकता है.