बिहार की सियासी गलियारों में भूचाल आया हुआ है . आम जन के विरोद्धी आक्रोश के बीच महागठबंधन सरकार के दोनों दलों में भारी घमासान जारी है . दोनों पार्टियों के नेता कभी एक दूसरे पर तो कभी अपने ही नेताओं पर वार पलटवार करते नज़र आरहे हैं . इसी कड़ी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जेडीयू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा CM नीतीश के साथ मजबूती से खड़ा हेने की बात कहते हुए नीतीश कुमार से ही सवाल कर रहें हैं कि महागठबंधन की सरकार बनाए जाने से पहले आरजेडी से क्या डील हुई है..ये सार्वजनिक रूप से नीतीश कुमार को बताना चाहिए..
@NitishKumar
उपेंद्र कुशवाहा का नाम सुनते ही भड़क गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार.. साथ ही आरजेडी कोटे से मंत्री की ओर दिए जा रहे बयान पर भी उन्होंने टिप्पणी की… pic.twitter.com/oymTOIFNZK— THEBHARATNOW (@thebharatnow) January 24, 2023
सीएम नीतीश कुमार के उपेन्द्र कुशवाहा के सवाल का जवाब देने से इंकार के ठीक बाद प्रेस वार्ता बुलाकर उपेन्द्र कुशवाहा ने जिस तरह से बात की जिससे लगता है कि वे खुद को नीतीश कुमार का सबसे बड़ा शुभचिंतक हैं…वे उन्हें कमजोर करने वालों से संघर्ष कर रहें हैं..पर अगले ही क्षण वे नीतीश कुमार से सवाल कर रहें हैं..इसके साथ ही वे सत्ता की सहयोगी आरजेडी को जमकर टारगेट किया है.उनकी बातों से लग रहा है कि अब उनका फिर से जेडीयू की राजनीति से मोहभंग हो रहा है.
उपेन्द्र कुशवाहा ने RJD पर साधा निशाना…नीतीश कुमार से डील का खुलासा करने को कहा… pic.twitter.com/NlyfiOz0E2
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प्रेस वार्ता ने बात करते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू और नीतीश कुमार लगातार कमजोर हो रहा है.नीतीश कुमार के लिए अपमानजक शब्दों का उपयोग किया गया तो अकेले उपेन्द्र कुशवाहा खड़े हुए..बाकी लोगों ने आवाज क्यों नहीं उठाई और आज कुछ लोग हितैषी बनने की कोशिश कर रहें हैं. जननायक के विचार को कमजोर करने की कोशिश हुई है.उन्हौने कहा कि आजकल कुछ लोग उपेन्द्र कुशवाहा को गाली दे रहें हैं..लेकिन हमको उससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है.नीतीश जी जब कमजोर हुए हमने मदद करने का काम किया है.
हमारा और नीतीश जी दोनों का दर्द एक है …दूसरे लोग उनके साथ कभी खड़ा नहीं होते हैं.पर हमने अकले उनको टारगेट करने वालों पर हमला बोला है.उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जब राजद के विधायक ने उनपर हमला किया तो हमने आवाज़ उठाई.जेडीयू-आरजेडी के विलय का भी उन्हौने विरोध किया,जिसके बाद उसर विराम लगा..राजद के लोग आजकल डील की बात कर रहे है..इसलिए हम सब भी इस डील को जानना चाहते है.इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के जेडीयू नेताओं का सम्मेलन कर डील कीजानकारी दें.जेडीयू कार्यक्रम से मुझे अलग करने की साजिस चल रही है.मुझको कमजोर करने की साजिश हो रही है.नीतीश कुमार के लव-कुश समीकरण को कमजोर और तोड़ने का साजिश हो रही है.नीतीश कुमार के कमजोर हाने का मामला किसी व्यक्ति का नहीं हैं बल्कि विचार धारा को लेकर है.इसलिए वे चाहतें हैं कि नीतीश कुमार और जेडीयू मजबूत हो.कुछ लोगों को मुझे गाली देना है तो दें..पर जेडीयू को कमजोर न करें.