मुंंबई
महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद ये पहला मौका था तब सार्वजनिक मंच पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक दूसरे पर खुलकर हमले किये. दशहरे पर रैली के लिए स्थान के नाम पर पहले मामला कोर्ट में पहुंचा फिर कोर्ट से जीतने के बाद उद्धव ठाकरे को अपने पारंपरिक स्थान शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने का मौका मिला.वहीं इस रैली के बराबर में वर्तमान मुख्यमंत्री और असली शिवसेना होने का दावा ठोक रहे एकनाथ शिंदे ने बांद्राकुर्ला कांप्लेस्क (BKC) में दशहरा रैली किया.दोनो जगहों पर मंच पर एक कुर्सी बालासाहब के सम्मान के नाम पर खाली रखी गई.
दशहरा रैली के बहाने महाराष्ट्र में शक्ति प्रदर्शन
जैसा कि पहले से उम्मीद की जा रही थी कि उद्धव ठाकरे इस मौके को हाथ से ने नहीं देगें, उन्होंने जाने नहीं दिया.उद्धव ठाकरे की रैली में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और उद्धव ने साफ शब्दों मे कई बाते कहीं.रैली के दौरान उद्धव ठाकरे ने इशारों इशारों में कहा कि कटप्पा को शिवसैनिक कभी माफ नहीं करैंगे. उनके साथ विश्वासघात तब किया गया जब वो अस्पताल में मूर्छित पड़े थे.ठाकरे ने कहा कि जिसपर विश्वास करके उत्तरदायित्व सौंपा था उसी ने घोखा दे दिया. उनको लगा कि मैं कभी अस्पताल से लौटकर आउंगा ही नहीं. उद्धव ठाकरे ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि हमारी परंपरा रही है कि हम रावण का दहन करते हैं लेकिन वर्तमान समय में रावण का रुप बदल गया है.पहले रावण के दस सिर होते थे लेकिन आज रावन के 50सों सिर हैं. उद्धव ठाकरे की दशहरा रैली में भारी संख्या मे भीड़ देखी गई.
उद्धव का एकनाथ शिंदे पर हमला
उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के लिए कहा कि वो देशद्रोही है.इस पहचान को मिटाया नहीं जा सकता. गद्दार को गद्दार ही कहैंगे. हमारे पिता के नाम पर राजनीति करते हैं. उनके अपने कोई विचार नहीं है.मंत्री पद कुछ दिनों के लिए होता है लेकिन गद्दार की मुहर जीवन भर के लिए होती है.
बीजेपी पर साधा निशाना
उद्धव ने बीजेपी के लिए कहा कि हमने बीजेपी छोड़ा है हिंदुत्व नहीं. हमें बीजेपी से हिंदुत्व सीखने की जरुरत भी नहीं है.बीजेपी बताये की जिन्ना की कब्र पर किसने घुटने टेके थे ? नवाज शरीफ के घर कौन गया था? मैं बाला साबह ठाकरे बेटा हूं.हिंदु हूं और हिंदु ही रहूंगा.
गद्दार कहे जाने पर एकनाथ शिंदे ने दिया जवाब
उद्धव ठाकरे के शिवाजी मैदान में हो रही रैली के जवाब में बीकेसी में रैली कर रहे एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को जवाब देते हुए कहा कि हमने गद्दारी नहीं बल्कि गदर किया .धोखा तो वो था जो उद्धव ठाकरे ने 2019 में MVA (महाविकास अघाड़ी) बन कर बाला साहब के विचारों के साथ किया था.
दोनो तरफ से हो रहे शक्ति प्रदर्शन के बीच एकनाथ शिंदे के मंच पर ठाकरे परिवार के सदस्य भी देखे गये.बीकेसी में बालासाहब के बेटे जयदेव ठाकरे अपना समर्थन दिखाने एकनाथ शिंदे के साथ मंच साझा करते नजर आये.इसके अलावा स्मिता ठाकरे भी शिंदे की रैली में पहुंची.
रैली शुरु होने से पहले ही एकनाथ शिंदे ने अपना एजेड़ा तय कर लिया था. शिंदे ने रैली से पहले ट्वीटर पर हरिवंश राय बच्चन की एक पक्ति ट्वीट की “मेरे बेटे , बेटे होने से मेरे उत्तराधिकारी नहीं होगें, जो मेरे उत्तराधिकारी होंगे, वो मेरे बेटे होंगे .
शिवसेना के इतिहास में ये पहला मौका है कि जब दो दो अलग दशहरा रैली हुई है.
शिवाजी पार्क में दशहरा रैली पर गरजे उद्धव ठाकरे
मुझे बस एक बात बुरी लगी कि जब में अस्पताल में था और जिसे भरोसा करके उत्तरदायित्व सौंपा उसने कटप्पा (विश्वासघाती) बन कर धोखा दिया.उन्होंने मुझे काटने की कोशिश की है.उन्हें लगा कि मै कभी अस्पताल से वापस नहीं आउंगा#UddhavThackeray pic.twitter.com/nntvZgvuRd— THEBHARATNOW (@thebharatnow) October 5, 2022
शिवसेना दसरा मेळाव्यानिमित्त वंदनीय हिंदुहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बाळासाहेब ठाकरे यांच्या विचारांचे सोने लुटण्यासाठी मुंबईतील बीकेसी येथे लोटला अतिविराट जनसमुदाय…#दसरा_मेळावा_२०२२ pic.twitter.com/UtB7wvKChI
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) October 5, 2022