अयोध्या:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे के अगले दिन ही श्रीराम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी Bomb Threat के साथ मोदी-योगी और यूपी एसटीएफ के मुखिया को बम से मारने की धमकी दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था.यह धमकी 27 दिसंबर को दी गई थी.इस मामलें में धमकी देने के आरोप में दो की गिरफ्तारी हुई है. यह बात भी सामने आई है कि भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद के अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने खुद ही इसकी साचिश रची थी.
Bomb Threat में दो गिरफ्तार
भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद के अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने सुरक्षा पाने और बड़ा नेता बनने के लिए अपने ही कर्मचारियों से खुद को धमकी भरा ईमेल कराया था. STF ने दो आरोपियों ताहर सिंह व ओम प्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार किया है और मुख्य साजिशकर्ता देवेंद्र तिवारी की तलाश जारी है.गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि देवेन्द्र तिवारी जो थाना बन्थरा का रहने वाला है. देवेंद्र भारतीय किसान मंच एवं भारतीय गौ सेवा परिषद के नाम से एनजीओ चलाता है, जिसके विरुद्ध थाना मानकनगर, आशियाना, बन्थरा, गौतमपल्ली व आलमबाग में कई मामले भी दर्ज हैं. देवेन्द्र तिवारी का आलमबाग के उपरोक्त पते पर इण्डियन इंस्टीट्यूट पैरा मेडिकल साइन्सेज के नाम से कॉलेज है. इसी कॉलेज में उन्होने अपना कार्यालय बना रखा है, जिसमें ताहर सिंह सोशल मीडिया हैण्डलर और ओम प्रकाश मिश्रा पर्सनल सेक्रेटरी के तौर पर कार्यरत है. ओम प्रकाश इसी कॉलेज से आप्टोमैट्री में 2 वर्ष का डिप्लोमा भी कर रहा है.
देवेंद्र ने ऐसे रची साजिश
देवेंद्र तिवारी के कहने पर ताहर सिंह ने थ्रेट में इस्तेमाल करने के लिए फर्जी ई-मेल आई डी क्रिएट कर ई-मेल आई डी व पासवर्ड व्हाट्सएप के जरिये ओमप्रकाष मिश्रा को नोट कराया गया था.उन्हीं के कहने पर 2 मोबाइल फोन खरीदे गए थे. इनका इस्तेमाल थ्रेट ई-मेल भेजने में किया गया. देवेन्द्र तिवारी के मोबाइल फोन में मौजूद थ्रेट कन्टेन्ट को थ्रेट मेल भेजने में यूज़ मोबाइल फोन के गूगल लेंस से स्कैन कर कापी पेस्ट करते हुये मेल दिनांक 19 नवंबर और 27 दिसंबर को उन्हीं की मेल आईडी पर भेजा गया. जिसे देवेन्द्र तिवारी ने अपने ट्विटर से उसे पोस्ट किया.मेल भेजने के बाद मोबाइल फोन को देवेन्द्र तिवारी ने जला दिया था. मेल भेजने के लिए कार्यालय में लगे हुए वाईफाई राउटर का इण्टरनेट इस्तेमाल किया गया. अभियुक्तों ने यह भी बताया कि देवेन्द्र तिवारी ने उनसे यह कहा था कि इससे वह सोशल मीडिया पर काफी हाई लाइट हो जायेगे एवं सुरक्षा भी बढ़ेगी तथा बड़ा राजनीतिक लाभ भी मिल सकता है
अधिकारियों के निर्देश पर जांच शुरू की गई थी
27 दिसंबर को डीजीपी मुख्यालय से STF मुख्यालय के कन्ट्रोल रूम पर यह जानकारी दी गई थी कि, ट्विटर ID, @iDevendraOffice से ट्वीट किया गया है.यह ट्वीट ISI संगठन के एक शख्स जुबैर खान ने किया है.इस मेल में सीएम योगी आदित्यनाथ, STF चीफ अमिताभ यश, देवेन्द्रनाथ तिवारी सहित अयोध्या के श्रीराम मंदिर को बम से उडाने की धमकी दी गई. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर जांच शुरू की गई. जांच में सामने आया कि, इस सम्बन्ध में थाना आलमबाग लखनऊ साथ ही, थाना सुषांत गोल्फ सिटी में IPC और आइटी एक्ट की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज है. दोनों अभियोगों की FIR से सामने आया कि, थ्रेट मैसेज के लिए alamansarikhan608@gmail.com व zubairkhanisi199@gmail.com का प्रयोग किया गया था.