इन्फोसिस के संस्थापक एन.आर. नारायण मूर्ति ने रविवार 18 दिसंबर को कहा कि भारत में वास्तविकता का मतलब भ्रष्टाचार, गंदी सड़कें और प्रदूषण है, जबकि सिंगापुर में इसका मतलब साफ सड़कें और प्रदूषण मुक्त वातावरण है. विजयनगरम जिले के राजम में ‘जीएमआर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ (जीएमआरआईटी) के सिल्वर जुबली समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए नारायण मूर्ति ने कहा कि व्यक्ति को किसी अभाव को बदलाव के एक मौके के रूप में देखना चाहिए. उसे ‘खुद की कल्पना एक अगुवा के रूप में करनी चाहिए तथा किसी और के ज़रीये बदलाव किए जाने का इंतजार नहीं करना चाहिए.’
एन.आर. नारायण मूर्ति ने क्या कहा?
एन.आर. नारायण मूर्ति ने कहा कि वास्तविकता ये है कि ‘आप क्या बनाते हैं.’ संस्थान की एक प्रेस विज्ञप्ति में नारायण मूर्ति के हवाले से कहा गया कि ‘भारत में वास्तविकता का मतलब होता है भ्रष्टाचार, गंदी सड़कें, प्रदूषण और कई बार बिजली न होना. हालांकि, सिंगापुर में वास्तविकता का अर्थ है स्वच्छ सड़कें, प्रदूषण मुक्त वातावरण और पर्याप्त बिजली की उपलब्धता. इसलिए उस नई वास्तविकता को बनाने की जिम्मेदारी आपकी है.’ नारायण मूर्ति ने आगे कहा कि युवाओं को समाज में बदलाव लाने की मानसिकता विकसित करनी चाहिए, जनता, समाज और राष्ट्र के हित को अपने निजी हित से ऊपर रखना सीखना चाहिए.
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