Dhanteras भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य का स्थान धन से ऊपर माना जाता है. इसलिए ये कहावत आज भी प्रचलित है कि ‘पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया’ इसलिए दीपावली में सबसे पहले धनतेरस को महत्व दिया जाता है.
शास्त्रों में वर्णित कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि विष्णु के अंशावतार हैं. संसार में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने धन्वंतरि का अवतार लिया था. शास्त्रों के अनुसार भगवान धनवंतरी देवताओं के वैद्य हैं. इनकी पूजा से आरोग्य सुख यानी स्वास्थ्य लाभ मिलता है.भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.इसलिए धनतेरस पर कुछ चीज़ों की खरीदारी बेहद शुभ मानी जाती है.

Dhanteras पर क्या चीज़े खरीदने पर आयेगी बरक़त
ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन लक्ष्मी-गणेश की आकृति वाले सिक्के खरीदना अत्यंत लाभकारी होते हैं. पूजा के दौरान सिक्कों की पूजा करके उसे अपने घर की तिजोरी में रखने से आर्थिक स्थिति अच्छी होती है.धनतेरस के दिन पीतल या चांदी खरीदना बहुत अच्छा माना जाता है. पीतल भगवान धन्वंतरी की धातु है. समुद्र मंथन के दौरान जब भगवान धन्वंतरी प्रकट हुए थे तो उनके हाथों में अमृत का कलश था जो पीतल का था. धनतेरस के दिन मिट्टी के बर्तन खरीदना शुभ होता है. इससे घर में सकारात्मक उर्जा आती है और सुख-शांति भी बनी रहती है. सूखी धनिया भी धनतेरस पर खरीदना अच्छा माना जाता है. इस दिन झाड़ू खरीदने से भी घर की नकारात्मकता और दोष दोनों ही दूर होते हैं.धनतेरस के दिन श्री यंत्र खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. दिवाली के दिन इसे घर पर स्थापित करने से घर के दोष और नकारात्मकता दूर होती है.