चालू वित्तीय वर्ष में चौथी बार आरबीआई ने आम जनता को जोड़ का झटका दिया है. रिजर्व बैंक ने फिर एक बार रेपो रेट में इजाफा कर दिया है. रेपो रेट बढ़ने का मतलब है आपकी ईएमआई का महंगा होना, आपका कर्ज चुकाना और महंगा हो जाना. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को एक प्रेसवार्ता कर बताया की रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. इस बढ़ोत्तरी के बाद अब ब्याज दर बढ़कर 6.25 फीसदी हो गयी है.
8 महीनों में चौथी बार बढ़ी रेपो रेट
बुधवार को मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक के अंतिम दिन आरबीआई ने रेपो रेट बदलाव का ऐलान किया. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की. पिछले 8 महीने में ये चौथा मौका है जब आरबीआई ने रेपो रेट में बढोतरी की है. इस बार की बढोतरी को मिला इस साल आरबीआई अबतक रेपो रेट में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है.