पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अल-अरबिया टेलीविजन को दिए एक इंटरव्यू में भारत को लंबे समय से चले आ रहे सभी द्विपक्षीय मुद्दों को हल करने के लिए नया प्रस्ताव दिया है. शरीफ ने पीएम मोदी को एक साथ बैठने और कश्मीर सहित अन्य मुद्दों को हल करने की पेशकश की.
इंटरव्यू में शहबाज़ शरीफ ने कहा कि,”भारतीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री मोदी को मेरा संदेश है कि आइए हम टेबल पर बैठें और कश्मीर जैसे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें.”
फिर अलापा कश्मीर राग
हलांकि साथ ही पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री ने फिर आदत के मुताबिक कश्मीर राग भी रागा, उन्होंने कहा, कश्मीर में खुलेआम मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. इस मामले में शरीफ ने यूएई से अपील की कि वो भारत और पाकिस्तान (Pakistan) दोनों को वार्ता की मेज पर लाने में भूमिका निभाएं..
पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि भारत ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के अनुसार कश्मीरियों को दी गई स्वायत्त को छीन लिया. उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर आपसी समझ के लिए तत्काल आवश्यकता पर जोर भी दिया.
शहबाज शरीफ ने कहा कि दोनों देशों को शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के महत्व को समझने की जरूरत है. न केवल दुनिया को यह महसूस करने की जरूरत है कि भारत और पाकिस्तान पड़ोसी हैं.
हालांकि, पाकिस्तानी (Pakistan) प्रधानमंत्री ने बार-बार कहा कि “भारत के 5 अगस्त, 2019 की अपनी अवैध कार्रवाई को वापस लेने के बाद ही बातचीत हो सकती है। भारत द्वारा इस कदम को रद्द किए बिना, बातचीत संभव नहीं है।”
जंग को बताया संसाधनों की बर्वादी
पाकिस्तानी (Pakistan) प्रधानमंत्री ने कहा, “”यह हमारे ऊपर है कि हम शांति से रहें और प्रगति करें या एक-दूसरे से झगड़ा करें, और समय और संसाधनों को बर्बाद करें. भारत के साथ हमारे तीन युद्ध हुए हैं और इसने लोगों के लिए और अधिक दुख, गरीबी और बेरोजगारी ही लाई है. हमने अपना सबक सीख लिया है और हम शांति से रहना चाहते हैं बशर्ते हम अपनी वास्तविक समस्याओं को हल करने में सक्षम हों. हम गरीबी को कम करना चाहते हैं, समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, और अपने लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार प्रदान करना चाहते हैं और बम और गोला-बारूद पर अपने संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहते हैं, यही संदेश मैं पीएम मोदी को देना चाहता हूं.
शहबाज़ शरीफ ने कहा, “हम परमाणु शक्तियां हैं, हथियारों से लैस हैं और अगर भगवान न करें कि युद्ध छिड़ जाए तो जो हुआ उसे बताने के लिए कौन जीवित रहेगा.”