दिल्ली : जेल में मालिश, लजीज भोजन और वीआईपी ट्रीटमेंट करा पहले ही न्यायिक और जेल व्यवस्था का मजाक उड़ा चुके तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) पर अब जेल अधिकारियों को गालियां देने और धमकी देने का आरोप भी लग गया है. लग गया है.
तिहाड़ जेल के उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक और विधि अधिकारी ने डीजी जेल से शिकायत की
तिहाड़ जेल के एआईजी जेल, जेल नंबर 07 (एससीजे-7) के अधीक्षक, तिहाड़ जेल के उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक और विधि अधिकारी ने डीजी जेल से शिकायत की है कि जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं और जेल से बाहर आने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं. जैन इन अधिकारियों और अन्य लोगों को उनकी मालिश, भव्य भोजन और अन्य वीआईपी उपचारों की सुविधाओं का लाभ उठाने से रोकने की कोशिश करने के लिए खुलेआम डराते-धमकाते रहते हैं.
जयदेव, सहायक अधीक्षक और परवीन कुमार, उप अधीक्षक ने दिनांक 08.12.2022 को एक ‘घटना रिपोर्ट’ में सत्येन्द्र जैन के खिलाफ शिकायत की है कि जब वे दिनांक 25.11.2022 की सजा टिकट के संबंध में डीपीआर, 2018 के नियम 1272 के अनुसार सत्येन्द्र जैन (Satyendar Jain) को कारण बताओ नोटिस देने गये थे तब जेल में बंद जैन ने उन्हें धमकी दी. उन्होंने लिखा है कि शो कॉज नोटिस को देखने पर जैन ने कहा, “मुझे सब पता है कि ये सब मोटे ( लॉ अधिकारी का हवाला देते हुए) ने करवाया है, जो लॉ ऑफ़िसर है. मैं बाहर निकलने के बाद इस जेल से CCTV footage माँगूँगा और इस SCJ-7 राजेश चौधरी को बाहर निकलने के बाद देख लूँगा और इसे नौकरी करना सिखा दूँगा. और SCJ-7 के बारे में भला बुरा कहने लगा.”
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सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि वो बाहर निकल कर देख लेने की दे रहे हैं धमकी
उपरोक्त पैरा में विचाराधीन SCJ-7 जेल नंबर 07 के प्रभारी अधीक्षक राजेश चौधरी थे, जिन्हें 21.11.2022 को डीसीपी, पश्चिम द्वारा सत्येंद्र जैन के खिलाफ अग्रेषित की गई शिकायत की जांच करने का आदेश दिया गया था। उन्होंने लिखित में शिकायत की है कि जब उन्होंने सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) को उनके द्वारा की जाने वाली जांच के सिलसिले में अपने चैंबर में बुलाया तो जैन ने कहा, “ये सारा मामला राजनीतिक है, और जब भी मैं बाहर निकलूँगा तो सारे सरकारी कर्मचारियों जिन्होंने मेरे खिलाफ कुछ भी किया है, चाहे सेवा कर रहे हों या सेवानिवृत्त हो गए हों, उनको देख लूँगा.”
अधीक्षक, चौधरी ने अपनी शिकायत में आगे कहा है कि, “उस समय उन्होंने (अधोहस्ताक्षरी) मान लिया था कि सत्येंद्र जैन ने हताशा के कारण ऐसा कहा था, लेकिन नवीनतम घटना रिपोर्ट दिनांक 08.12.2022 को देखते हुए, उन्हें आशंका है कि सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) जेल से बाहर आने के बाद उनके और अन्य जेल अधिकारियों के खिलाफ प्रतिकूल कार्रवाई कर सकते हैं.
सत्येंद्र जैन की जेल बदलने की मांग
“इस लिए घटना को मद्देनजर रखते हुए आपसे यह अनुरोध किया जाता है कि सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) को जल्द से जल्द किसी अन्य जेल में स्थानांतरित किया जाए”. अधीक्षक, चौधरी ने इस शिकायत और घटना की रिपोर्ट को एआईजी, जेल को चिह्नित किया, जिन्होंने बदले में फाइल पर नोट किया कि, “श्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) अधोहस्ताक्षरी के संदर्भ में ‘एक्स’ (चौधरी के मामले में उल्लिखित सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी होने के नाते) का उल्लेख कर रहे हैं. नोटिंग), 2024 में सेवानिवृत्ति के समय के साथ. इस मामले को रिकॉर्ड में रखा जा सकता है, ऐसा न हो कि श्री जैन भविष्य में मेरे खिलाफ प्रतिकूल कदम उठा सकें.”