Mahakumbh:प्रयागराज में महाकुंभ-2025 की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं. 45 दिनों तक चलने वाले इस भव्य आयोजन के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिजली विभाग नए-नए उपाय कर रहा है. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के बाद विभाग महाकुंभ-2025 के दौरान बिजली कटौती को रोकने के लिए हाइब्रिड सोलर लाइट लगाने की योजना बना रहा है.
टेंट सिटी में इस बार बिजली की व्यवस्था अलग होगी
टेंट सिटी के 4,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले प्रयागराज महाकुंभ के लिए बिजली की व्यवस्था पिछले आयोजनों से काफी अलग होगी.
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार सिंह ने बताया, “महाकुंभ के लिए 391.04 करोड़ रुपये की लागत से स्थायी और अस्थायी दोनों तरह के काम किए जा रहे हैं. इस बार यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाई जाएगी कि आयोजन में बिजली की कोई कमी न हो.” इसके लिए पूरे क्षेत्र में 2,004 हाइब्रिड सोलर लाइट लगाई जाएंगी. ये लाइटें सभी प्रमुख चौराहों और महाकुंभ क्षेत्र में गंगा और यमुना के किनारे टेंट को जोड़ने वाले पंटून पुलों पर भी लगाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि इन लाइटों के लगने से बिजली जाने की स्थिति में भी कुंभ क्षेत्र में अंधेरा नहीं रहेगा.
पूरा Mahakumbh क्षेत्र रात में जगमगाता नजर आएगा.
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता के अनुसार, बिजली विभाग पूरे महाकुंभ क्षेत्र में 1,543 किलोमीटर लंबी बिजली लाइनें बिछाएगा, जिसमें 1,405 किलोमीटर एलटी लाइन और 138 किलोमीटर एचटी लाइन शामिल हैं. इसके लिए 85 अस्थायी बिजली घर, 85 डीजी सेट, 15 रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) और 42 नए ट्रांसफार्मर भी लगाए जाएंगे. मेला परिसर में शिविरों में रहने वाले 4.71 लाख लोगों को बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे. साधु-संतों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के शिविरों में रोशनी की व्यवस्था के अलावा 67,000 स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी, साथ ही सभी प्रमुख चौराहों पर हाई मास्ट लाइटें लगाई जाएंगी. अधिकारियों का दावा है कि सड़कों और शिविरों में ये स्ट्रीट लाइटें सुनिश्चित करेंगी कि पूरा कुंभ मेला क्षेत्र जगमगाता रहे और रात में भी दिन जैसा माहौल रहे.