लखनऊ : क्या आप यकीन कर सकते हैं कि जेल के अंदर लोकतंत्र democracy inside prison, मतदाता यह सारी चीज हो, लेकिन यूपी में यह कारनामा हकीकत में हुआ है. लखनऊ के इस जेल में लोकतांत्रिक कैदियों के मत द्वारा ही कैदियों को सुधारने का काम किया जाता है और कैदी ही खुद मत देकर लोगों को चुनते हैं. चुनी गई पंचायत कैदियों को लेकर फैसला भी लेती है. जेल के अंदर हर 5 साल में वैसा ही लोकतंत्र उत्सव मनाया जाता है जैसे कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव होता है. पंचायत में पंच और सरपंच चुने जाते हैं. पंचायत के नुमाइंदे और वोटर सब जेल के अंदर के कैदी ही रहते हैं. यह मामला यूपी की आदर्श कारागार Model Jail का है.
Model Jail की क्या है खासियत
आदर्श कारागार एशिया की इकलौती जेल है, जहां के कैदी काम करने के लिए जेल के बाहर भेजे जाते हैं.इसका उन्हें मेहनताना भी मिलता है. इतना ही नहीं कैदियों को यहां हर साल 15 दिन का अवकाश भी मिलता है। इस अवकाश में वह घर जाते हैं.आवश्यकता पड़ने पर उनका यह अवकाश बढ़ाया भी जाता है. आदर्श कारागार से करीब 100 बंदी रोजाना काम पर बाहर भेजे जाते हैं. इसमें 77 बंदी गन्ना संस्थान में मजदूरी करने को आते हैं.कुछ जेल के बाहर बनी दुकानें संचालित करते हैं और कुछ पुरान जेल रोड स्थित कारागार मुख्यालय के बाहर स्थित दुकानों पर आते हैं. यह दुकानें कैदियों को एलाट की गई हैं.यह सभी सजा याफ्ता औऱ अच्छे चाल चलन वाले कैदी होते हैं जो आर्दश कारागार में रखे जाते हैं.