नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार अब पूरी तरह से संसद की कार्रवाई को पुरानी संसद से निकाल कर नई संसद New Parliament में शिफ्ट करने के लिए तैयार है.संसद की कार्रवाई 18-22 सितंबर तक चलने वाले विशेष सत्र के दौरान New Parliament स्थानतरित किया जायेगा लेकिन उससे पहले 17 सितंबर यानी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के दिन नई संसद के गजद्वार पर बने फ्लैगपोल यानी ध्वजदंड पर तिरंगा फहराकर स्थानतरण की शुरूआत की जायेगी. इस ध्वजदंड पर लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला और और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ मिलकर झंडा फहरायेंगे.
New Parliament:पुरानी बिल्डिंग में शुरु होगा संसद का विशेष सत्र
आपको बता दें कि सरकार ने 18 से 22 सिंतबर तक पांच दिन के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक संसद के विशेष सत्र की शुरुआत पुराने भवन में होगी,फिर 19 सितंबर यानी गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर संसद की कार्रवाई को पूरी तरह से पुरानी संसद से नई संसद में स्थांतरित कर दिया जायेगा.
28 मई को हुआ था उद्घाटन
आपको बता दें कि संसद की नई इमारत करीब 4 महीने पहले ही पूरी तरह से बन कर तैयार हो चुकी है. बीते 28 मई को प्रधानमंत्री मोदी ने एक भव्य कार्यक्रम के दौरान नई संसद भवन की नई इमारत का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने संसद भवन के भीतर लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास एक सेंगोल की स्थापना की थी. पीएम मोदी ने पवित्र सेंगोल की स्थापना 20 दक्षिण भारत से आये 20 पंडितों के आशीर्वाद के साथ किया था, इस पवित्र सेंगोल को न्याय का प्रतीक बताया गया.पवित्र सेंगोल के साथ लोकसभा अध्यक्ष अब अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान होंगे.
नई संसद के उद्घाटन का उद्घाटन तो कर दिया गया लेकिन अब तक संसद का सत्र पुरानी संसद में ही चल रहा था. अब विशेष सत्र के दौरान स्थानपरिवर्तन करके संसद की कार्रवाई को पुरानी संसद से नई संसद में शिफ्ट किया जायेगा.