(ब्यूरो चीफ-अभिषेक झा) पटना, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. तेजस्वी की नए साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पहली मुलाकात है.
तेजस्वी यादव के एक अण्णे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे हैं के बाद से सियासी हलचल तेज हो गई है. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग पर चर्चा नहीं हो पाने से ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार नाराज़ है.
शुक्रवार को ईडी के सामने पेश होंगे तेजस्वी
वैसे ऐसा भी कहा जा रहा है कि कल यानी शुक्रवार को तेजस्वी यादव को दिल्ली में ईडी के सामने पेश होना है. ईडी ने तेजस्वी को 5 जनवरी को पेश होने का समन भेजा है. तेजस्वी दिल्ली रवाना होने से पहले सीएम से मिलने पहुंचे है. जब भी तेजस्वी यादव की ईडी में पेश होती है ये चर्चा भी तेज़ हो जाती है कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती हैं. ऐसे में सीएम से तेजस्वी की ये मुलाकात खास मानी जा रही है.
तेजस्वी को किस मामले में ईडी के सामने पेश होना है
तो आपको बता दें, प्रवर्तन निदेशालय ने बिहार के डिप्टी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा है. 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे. आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ. नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और ए.के. इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड ने अपने हवाले कर लिया. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया. आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं.
सीबीआई के अनुसार, नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना जारी नहीं की गई थी, लेकिन पटना के कुछ निवासियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में विभिन्न जोनल रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि नौकरी के बदले में उम्मीदवारों ने सीधे या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से कथित तौर पर लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को अत्यधिक रियायती दरों पर जमीन बेची, जो मौजूदा बाजार दरों के एक-चौथाई से पांचवें हिस्से तक थी.