बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव(Tejaswi Yadav) ने सदर अस्पताल के नए मॉडल हॉस्पिटल बिल्डिंग का शुभारंभ और शिशु गहन चिकित्सा इकाई (PICU) का फीता काटकर उद्घाटन किया. डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव इस दौरान नवनिर्मित भवन स्थित इमरजेंसी वार्ड और PICU में घूम–घूम कर जायजा लिया.
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि आरा में बहुत ही बेहतर काम हुआ है. अस्पताल में जो लोगों को सुविधाएं मिलनी चाहिए वह दिया जा रहा है. आज से उसकी शुरुआत हुई है. आज PICU का भी उद्घाटन हुआ है जहां बच्चों का इलाज किया जाएगा. आरा सदर अस्पताल के नए मॉडल भवन में काम काफी बाकी है उसको पूरा कर लिया जाएगा. जेएनएम हॉस्टल का लक्ष्य रखा गया है उन लोगों को 15 अगस्त तक हम लोग शिफ्ट कराने का काम करेंगे.
सरकार चाहती है कि भोजपुर जिला के लोगों को जो सुविधा है वह जल्द से जल्द मिले. यह हम लोगों का अधिकार है और हमारी जिम्मेदारी है. भोजपुर जिले समेत पूरे बिहार के लोगों ने हम लोगों को चुनकर भेजा है. जनता के प्रति उस हिसाब से हम लोग काम करेंगे. महागठबंधन की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम लोग काम कर रहे हैं और हम सब लोगों का यही सपना है कि कोई भी बिहारी को सुविधा में कमी नहीं होनी चाहिए. इसके तहत हमारी सरकार मिशन 60 डेज की शुरुआत की है. अगर अस्पताल आए तो चिकित्सक उपलब्ध होने चाहिए,साफ सुथरा होनी चाहिए .
जनता को वह सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए जो उनको जरूरत है. समय पर दवा मिलनी चाहिए जो मशीन लगाए हैं. वह चलने चाहिए . खाने पीने के लिए दीदी को रसोई की शुरुआत की गई है जोकि अच्छे ढंग से चल रहा है. मिशन 60 डेज में बहुत काम हुआ है और अभी बहुत बाकी है. हम और हमारे अधिकारी खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. भोजपुर का सदर अस्पताल की व्यवस्था संतोषजनक नहीं थी. हमारी सरकार ने तय किया कि आरा सदर अस्पताल को एक मॉडल अस्पताल में बदलना है.
सरकार ने एक हजार लापरवाह डॉक्टर पर की है कार्यवायी
सबसे बड़ी चुनौती है कि सदर अस्पताल है लेकिन डॉक्टर मौजूद ना हो इसका ध्यान हमारी सरकार रख रही है. इसको देखते हुए हम लोगों ने बड़ी कार्यवाही की है. बिहार में बहुत अच्छे अच्छे डॉक्टर,नर्सिंग स्टाफ मौजूद हैं. नौकरी में रहने के बावजूद भी 3 साल,5 साल से डॉक्टर गायब रहते थे. जाट ड्यूटी बांटा गया वहां डॉक्टर नहीं जाते थे, ऐसे डॉक्टरों को चिन्हित कर लगभग एक हजार डॉक्टरों पर सरकार ने कार्यवायी करने का काम किया है . नए लोग को जिम्मेदारी दी जाएगी, यह केवल नौकरी ही नहीं है बल्कि सेवा है. डॉक्टर लोगों को तो माना जाता है कि वह धरती के भगवान हैं.
रेफर करने से पहले डॉक्टर को देना होगा जवाब,सरकार ने लाया कानून
महागठबंधन की सरकार पूरे बिहार में जितने भी सदर अस्पतालों को दुरुस्त किया जाएगा. हमारी सरकार का सपना है की बिहार के हर जिला में एक मॉडल अस्पताल बने. गंभीर अवस्था में डॉक्टर मरीज को पटना रेफर कर देते हैं। ऐसे में एंबुलेंस की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए . हमारी सरकार रिफर्ड पॉलिसी लाए हैं. यहां डॉक्टर इलाज करने से पहले ही मरीज को रेफर कर देते हैं, अब यह भी कानून ला दिया गया है कि आप किस परिस्थिति में मरीज को रेफर किया है. जिसका नॉर्म्स बना दिया गया है, जिसकी जवाबदेही डॉक्टर को देनी होगी .
बिहार में पहले 200 से 300 दवाइयां मिलती थी लेकिन अब हमारी सरकार 500 दवाइयां दे रही है. मरीज की जानकारी के लिए हम लोग डिस्प्ले भी लगा रहे हैं कि कौन सी दवा उपलब्ध है या कौन सी दवा नहीं. स्वास्थ्य में अगर कुछ भी कमी दिखेगी उसको हम लोग पूरा करने का काम करेंगे. अगर किसी ने भी लापरवाही बरती तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा. उस पर सरकार कार्रवाई करने के काम करेगी.