दिल्ली : मोदी सरकार Modi Govt को 2024 में सत्ता से हटाने के लिए अब धर्मनिरपेक्षता के नाम पर विपक्षी दलों ने एक मुहिम शुरू की है. इस मुहिम लिए कुछ पुराने कांग्रेसी और कुछ बुद्धिजीवियों ने आठ लोगों का सेकुलर मोर्चा बनाया है.
2024 में Modi Govt. को हटाना है इनकी रणनीति
आपको बता दें कि सेकुलर मोर्चा का मानना है कि 2014, 2019 के बाद अगर लगातार मोदी सरकार Modi Govt 2024 में भी सत्ता में आएगी तो देश का ताना-बाना और सेकुलरिज़्म खतरे में आ जायेगा. इसलिए 2024 में सभी विपक्षी दलों को अपने हितों और ज़िद का सियासी बलिदान करते हुए एक साथ आना होगा. इस थीम पर स्पेशल 8 लोगों का सेकुलर मोर्चा काम करने में जुट गया है.
8 लोग हैं इस टीम में
इस स्पेशल 8 की टीम में प्रोफेसर अपूर्वानन्द, मणिशंकर अय्यर, शशि थरूर, जॉन दयाल, वजाहत हबीबुल्लाह, सलमान खुर्शीद शामिल हैं. इस टीम के संयोजक कैप्टन प्रवीण डाबर हैं. ये मोर्चा मीडिया की सुर्खियों से दूर गुपचुप तरीके से अपनी मुहिम में जुटा है.
Modi Govt के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करना
ये मोर्चा अपनी रणनीति तैयार कर चुका है. इनकी रणनीति विपक्षी दलों को समझाने की है. ये मोर्चा सभी विपक्षी दलों से मुलाकात करके ये समझाने की कोशिश करेगा कि मोदी सरकार Modi Govt को हटाने और धर्मनिरपेक्षता को बचाने के लिए हर कीमत पर सबको साथ आना ही होगा. इसके लिए पिछली बार की तुलना में कुछ सीटें कम लड़कर दूसरे विपक्षी दल से तालमेल होता हो तो ये सियासी बलिदान देना ही होगा.
मोर्चा ने सीताराम यचुरी से की है बात
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि ये मोर्चा कांग्रेस से भी इसी सिलसिले में बात करेगा. इस मोर्चे ने अपनी शुरुआत सीपीएम नेता सीताराम से मिलकर शुरू कर दी है. खास बात ये है कि इस मोर्चे में शामिल कांग्रेसियों ने पार्टी से अलग इस फोरम में शामिल होने के लिए आलाकमान से अनुमति ले ली है. साथ ही कांग्रेस के अलावा ये मोर्चा केसीआर, बीजद, जेडीएस और वाईएसआर कांग्रेस जैसे दलों से भी बातचीत करेगा.