Hindenburg Research: अमेरिका स्थित निवेश शोध फर्म “हिंडनबर्ग रिसर्च” ने शनिवार को एक पोस्ट साझा की, जिसमें भारत पर केंद्रित एक और बड़ी रिपोर्ट का संकेत दिया गया. यह फर्म द्वारा अडानी समूह की कंपनियों पर “अंदरूनी व्यापार” और अन्य शेयर बाजार उल्लंघनों का आरोप लगाने वाली रिपोर्ट जारी करने के एक साल से अधिक समय बाद आया है. वित्तीय कदाचार के पिछले आरोपों के कारण अडानी के शेयर की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट आई थी.
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने ट्विट में क्या लिखा
शुक्रवार को एक एक्स पोस्ट में कंपनी ने लिखा, “भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होगा.”
Something big soon India
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 10, 2024
2023 में, अडानी समूह के खिलाफ आरोपों के बाद, विभिन्न अडानी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी. एक अनुमान के मुताबिक अडानी समुह को 100 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक नुकसान होने हुआ था. रिपोर्ट में समूह पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था, हालांकि समूह ने इन दावों का खंडन किया था.
अडानी समूह पर पिछली हिंडनबर्ग रिपोर्ट से क्या हुआ था
हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी समूह पर स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. रिपोर्ट में कहा गया था कि, अडानी ने अपने शेयर की कीमतों को कृत्रिम रूप से बढ़ा दिया है. शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा रिपोर्ट में विस्तृत इन आरोपों के कारण अडानी समूह की विभिन्न कंपनियों के शेयर की कीमतों में गिरावट आई, जिसमें कथित तौर पर 100 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक का घाटा हुआ था.
यूएस-आधारित शॉर्ट सेलर ने अडानी एंटरप्राइजेज द्वारा 2.5 बिलियन अमरीकी डॉलर का फॉलो-अप पब्लिक ऑफर जारी करने से ठीक दो दिन पहले अपनी रिपोर्ट जारी की थी.
अडानी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया था.
इस साल जुलाई में, वरिष्ठ वकील और भाजपा नेता महेश जेठमलानी ने आरोप लगाया कि चीन से संबंध रखने वाले एक यूएस-आधारित व्यवसायी ने हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट को कमीशन किया था, जिसके कारण जनवरी से फरवरी 2023 तक अडानी समूह की कंपनी के शेयरों में उल्लेखनीय गिरावट आई.