Thursday, March 13, 2025

Sheikhpura उत्पाद विभाग के टीम पर हमला मामले में पूर्व वार्डपार्षद समेत 4 लोग गिरफ्तार, पूर्व वार्डपार्षद ने उत्पाद विभाग की टीम पर लगाये गंभीर आरोप

शेखपुरा, संवाददाता रविशंकर कुमार  : Sheikhpura में गुरुवार की सुबह उत्पाद विभाग की टीम ने सकुनत मोहल्ला पुल से एक युवक को गिऱफ्तार किया था,जो विदेशी शराब की डिलिवरी करने जा रहा था. इसी दौरान आरोप है कि कुछ लोगों ने उत्पाद विभाग की टीम पर हमला किया, जिसमें उत्पाद विभाग की टीम के कई लोगों को चोटें आई. अब इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में  पूर्व वार्ड पार्षद दिलीप चौधरी, उनके भाई चुन्नी कुमार,  धर्मेंद्र कुमार और संजय कुमार नाम के व्यक्ति शामिल है.

Sheikhpura उत्पाद विभाग पर लगे गंभीर आरोप

जिन लोगों को पुलिस ने उत्पाद टीम पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया है, उन लोगों ने उत्पाद विभाग टीम पर ही गंभीर आरोप लगा दिये हैं और जिले के एसपी से मामले की जांच कराने के मांग कर रहे हैं.पूर्व वार्ड पार्षद दिलीप चौधरी ने उत्पाद विभाग पर आरोप लगाया है कि गुरुवार को कुछ लोग खुद को उत्पाद विभाग का बता कर मेरे घर पहुंचे और उत्पाद पुलिस के द्वारा मारपीट करने का आरोप लगाते हुए अपने घर चलने के लिए कहा. एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं उनके घर तक पहुंचा और मौके पर उपस्थित दरोगा से पूछताछ करना शुरू किया तो वो सभी लोग भड़क गए और सभी को मारपीट करते हुए अपनी गाड़ी में बैठा लिया और अपने साथ ले गए.

ये भी पढ़ें : Danapur ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला दानापुर, युवक पर 6 गोलियां दागकर हत्यारे फरार

पूर्व वार्ड पार्षद दिलीप चौधरी ने अपनी बात को साबित करने के लिए वहां लगे सीसी टीवी की जांच कराने की भी बात कही. दिलीप चौधरी ने कहा कि ये सारा माजरा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है. जिसे जरूरत पड़ने पर माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा.

उत्पाद विभाग के लोग करते हैं वसूली – दिलीप चौधरी का आरोप 

पूर्व वार्ड पार्षद दिलीप चौधरी ने उत्पाद विभाग की टीम पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्पाद विभाग की टीम तानाशाही रवैया अपनाती है और बेवजह आम लोग को परेशान भी करती है. दिलीप चौधरी ने जिले के एसपी और जिला प्रशासन से मांग  किया है कि  इस मामले की जांच करवाई जाए. दिलीप चौधरी ने कहा कि उत्पाद विभाग के टीम पूरे जिले में शराब कारोबारियों से वसूली करती है, अगर जिला प्रशासन गुप्त तरीके से जांच करे तो उत्पाद विभाग के सारे काले कारनामे सामने आ जाएंगे.

जिला एसपी से मामले की जांच कराने की मांग 

अब पूर्व पार्षद के आरोपों की सच्चाई तो जांच के बाद ही समाने आ सकती है लेकिन इस सच्चाई से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बिहार में शराब बंदी लागू होने के बावजूद पूरे प्रदेश में हर तरह की शराब उपलब्ध है. शासन प्रशासन के नाक के नीचे अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है,और ये सब कुछ प्रशासन की जानकारी में ना हो ये ये मानना मुश्किल है. ड्राइ स्टेट होने के बावजूद लोग अवैध शराब से लाखों करोड़ों कम रहे हैं.ऐसे में जरुरी है कि जिला प्रशासन और पुलिस इस मामले की जांच करें और दिलीप सिंह के लगाये आरोपों की सच्चाई परखी जाये.

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news