संवाददाता रविशंकर कुमार, शेखपुरा (Sheikhpura): 2 दिन पूर्व बिहटा गाँव में शाहिल कुमार के मिले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है. शव मिलने के 48 घंटे बाद ही पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा किया. प्रेम प्रसंग में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. इस हत्याकांड में शामिल प्रेमिका के पिता, भाई और चाचा सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
घटना जिले के हथियावां ओपी क्षेत्र अंतर्गत बिहटा गाँव की है. घटनास्थल से पुलिस ने खून से सनी ईंट बरामद की थी. मृतक शाहिल कुमार 17 फ़रवरी की शाम दोस्त के फोन आने पर घर से निकला और फिर वापस घर नहीं लौटा. जिसका 19 जनवरी की शाम को परिजन द्वारा खोजबीन करने के बाद एक अधूरे बने मकान से शव मिला था. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और मामले की जाँच शुरू कर दी थी.
आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना के बाद एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने एसडीपीओ अरविन्द कुमार सिन्हा के नेतृत्व में डीआईयू में प्रतिनियुक्ति पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों के साथ टीम का गठन किया गया. इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल बिहटा निवासी बालेश्वर चौधरी के 23 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार, सतीश कुमार चौधरी के 23 वर्षीय पुत्र पंकज कुमार, मुनेश्वर चौधरी के 52 वर्षीय पुत्र दयानंद चौधरी, मुनेश्वर चौधरी के 58 वर्षीय पुत्र सुरेन्द्र चौधरी और दयानन्द चौधरी के 19 वर्षीय पुत्र सुमित कुमार को गिरफ्तार किया है.
ये भी पढ़ें: Jamui: शराबी युवक ने 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने कि कोशिश की, ईंट से मारकर बच्ची को किया जख्मी
Sheikhpura पुलिस अधीक्षक बलिराम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया पूरा मामला
शेखपुरा पुलिस अधीक्षक बलिराम कुमार चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दयानंद चौधरी की बेटी से मृतक साहिल कुमार का प्रेम प्रसंग चल रहा था. जिसको लेकर दयानंद चौधरी के द्वारा शाहील कुमार को बहुत बार समझाया गया कि तुम ये सब काम छोड़ दो, नहीं तो जान मार देंगे. लेकिन उसकी बेटी और मृतक शाहील कुमार के बीच प्रेम प्रसंग चलता रहा. इस घटना में एक और मामला भी सामने आया है जिसमें बताया जा रहा है कि जमीनी विवाद भी हत्या की वजह हो सकता है. मृतक शाहिल के पिता ने दयानन्द के एक भाई सुरज चौधरी की जमीन खरीद ली थी. इस जमीन को अभी भी दयानंद चौधरी के द्वारा जोता जा रहा है. जो दयानंद चौधरी को नागवार गुजरा और इसी को लेकर दयानंद चौधरी ने अन्य लोगों के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया.